आगरा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के मद्देनजर नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने कहा है कि निर्माण कार्य के दौरान नियमों का उल्लंघन करने वाले ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई करते हुए उन पर पेनल्टी लगाई जाए। नगर आयुक्त आज गुरुवार को नगर निगम कार्यकारिणी हॉल में स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों को लेकर सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए भारत सरकार की टीम अब कभी भी आ सकती है। ऐसे में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड़ पर रहना होगा। शहर में जो कार्य चल रहे उन्हें जल्द से जल्द पूरा करा लिया जाए। कार्यदायी संस्थाओं से रेस्टोरेशन कार्य की रिपोर्ट लें। जिन स्थानों पर निर्माण के कार्य चल रहे हैं वहां पर ठेकेदारों को एनजीटी के नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। अगर कोई ठेकेदार इनका पालन नहीं कर रहा है तो नगर निगम अपनी ओर से ग्रीन नेट आदि लगवाकर ठेकेदार के बिल से कटौती कर ले। नगर में कहीं भी सीएंडडी वेस्ट नहीं मिलना चाहिए। सीएंडडी वेस्ट उठवाने के बाद उस स्थान की धुलाई कराएं।
उन्होंने कहा कि जहां भी नगर निगम के कर्मचारी लाइट, पोल, सफाई, टैक्स, सीवर, डूडा और जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र आदि की समस्याओं को निस्तारित करा रहे हैं वहां के नागरिकों के अलावा नगर निगम के साथ काम कर रहीं संस्थाओं और ठेकेदारों के स्टाफ और उनके परिजनों से फीड बैक अवश्य कराएं। फीड बैक संबंधी रिपोर्ट रोजाना अपर नगर आयुक्त को भेजें। हर एचओडी को पांच हजार फीडबैक कराने का लक्ष्य दिया गया है। वित्त विभाग के अधिकारी पैंशनरों से फीडबैक कराएं। स्वच्छ सर्वेक्षण में रैंकिंग बढ़ाने के लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का सहयोग आवश्यक है। इसके बिना लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता। सहयोग के लिए उन्होंने नोडल अधिकारी भी नियुक्त करने के निर्देश दिये जो सर्वे के दौरान मांगी गई जानकारियां तुरंत उपलब्ध करा सकें। कहा कि जो भी समस्याएं इस दौरान सामने आएं आपसी सामंजस्य बना कर उनका निस्तारण कराएं। आने वाले पन्द्र बीस दिन बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। नगर में वॉल पेंटिंग, पैचवर्क, डिवायडरों और चौराहों के सौंदर्यीकरण के अलावा सीवर के मेनहॉल का विशेष ध्यान रखा जाए। सीवर के मेनहॉल सड़क के समतल रहें इसका ध्यान रखा जाए। सभी स्वच्छ मौहल्लों की सूची बना कर रोडमैप तैयार कर वहां पर अतिक्रमण, आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्राथमिकता पर कार्य किया जाए। डिवायडरों पर लगाये गये पौधे सिंचाई के अभाव में न सूखें। स्वच्छ मौहल्लों के यूरिनल और शौचालयों में प्रॉपर सफाई व स्वच्छता के मानकों का ध्यान रखा जाए। गड़बड़ी पाये जाने पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारी की संयुक्त जिम्मेदारी तय की जाएगी। सड़कों के दोनों ओर पेड़ पौधों पर लगाई गयी लाइटिंग को समय समय पर चेक किया जाता रहे जिससे सर्वेक्षण के समय किसी प्रकार की समस्या न आये। स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए चिंहित पार्कों में साफ सफाई के साथ उनके सौंदर्यीकरण पर भी नगरायुक्त ने विशेष बल दिया। इस दौरान अधिकारियों ने अपनी समस्याएं और सुझाव भी नगरायुक्त के समक्ष रखे जिनके समाधान के लिए उन्होंने अपर नगर आयुक्त को निर्देशित किया। स्वच्छ मौहल्लों होम कंपोस्टिंग करने वाले लोगों के साथ ही वहां रहने वाले नागरिकों को अच्छा फीड बैक देने के लिए अभी से व्यक्तिगत रुप से मिलकर तैयार करने के भी नगरायुक्त ने निर्देश दिये। बैठक के दौरान नगर निगम के सभी विभागाध्यक्षों के अलावा जलकल के महाप्रबंधक,वबाक, संवेदना डवलेपमेंट सोसायटी और स्वच्छता कारपोरेशन के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।