अलीगढ़, 17 मई। अलीगढ़ में हुई किसान गोष्ठी में किसानों की समस्या न सुनने पर नाराज किसानों ने गोष्ठी का बहिष्कार कर दिया और बाहर आकर धरने पर बैठ गये। इन किसानों का नेतृत्व आगरा से गये किसान नेता श्याम सिंह चाहर कर रहे थे। बाद में जिलाधिकारी अलीगढ़ किसानों को मनाने पहुंंचे, तब जाकर किसान माने।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने आगरा के सींगना फार्म हाउस में आलू खुदाई सीड साइज घोटाले को करोड़ों का घोटाला बताया। उन्होंने मंत्री और अधिकारियों के समक्ष आरोप लगाया कि संयुक्त निदेशक वीसी राम अधिकारियों को बचाने में लगे हैं।
किसान नेता नें कहा, केंद्र सरकार ने अभी तक आगरा मे एक भी रेक डीएपी की नहीं भेजी । किसानों के साथ दोहेरी नीति सहन नहीं होगी। आगरा की नहर में ओखला से काला पानी छोड़ा गयाहै। जिससे फसल औस नसल दोनों ही खराब हो रही हैं। इसका जिम्मेदार कौन है। उन्होंने कृषि राज्य मंत्री आलोकिक सिंह और प्रमुख सचिव कृषि से मांग की कि फसल के लिये साफ पानी उपलब्ध कराया जाए। श्री चाहर ने कहा कि कोपरेटिव सोसाइटियों में सदस्यता शुल्क के नाम पर अरबों जमा है। इसका लाभांश किसानों को नहीं दिया जाता है। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है।
किसान नेता ने मंच से आवाज उठायी कि इनर रिंग रोड की किसानों की जमीन में हुए घोटाले में फंसे दोषियों के खिलाफ मुकदमा 429/2021 थाना हरीपर्वत में दर्ज है।इसमें 114 अधिकारी फंसे हुए हैं। उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। किसान नेता श्री चाहर के साथ किसान मजदूर नेता दिलीप सिंह, आलू विकास समिति के पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारारायण बघेल, साकिर खान, प्रदीप शर्मा, महताब सिंह चाहर, लाखन सिंह त्यागी, सुरेंद्र सिंह बीकेयू मण्डल अध्यक्ष राजकुमार तोमर की पूरी टीम थी। गोष्ठी में लखनऊ सेआये तमाम आला अफसर मौजूद थे।