

कैंप में रहने के बावजूद भारतीय फुटबाल टीम में चयन न हो पाने का एमएस बेग को कोई मलाल नहीं
नवाब पटौदी की कप्तानी में बांग्लादेश के खिलाफ चैरिटी मैच में खेले
एलएस बघेल, आगरा 29 सितंबर। भारतीय फुटबाल के साथ ही उत्तर प्रदेश फुटबाल के स्तर में काफी सुधार हो रहा है। ये कहना भारतीय फुटबाल कैंप में रहे वेटरन खिलाड़ी एम एस बेग का। वे यहां उत्तर प्रदेश की जूनियर बालिका फुटबाल टीम के मुख्य मैनेजर बनकर आये हैं। शुक्रवार को सुबह यूपी की बालिकाओं की फुटबाल टीम एकलव्य स्टेडियम में अभ्यास कर रही थी। जहां कोच पूजा भट्ट के साथ ही आगरा फुटबाल संघ के अध्यक्ष एवं यूपी टीम के चयनकर्ता बिल्लू चौहान मौजूद थे। इसी दौरान श्री बेग सुल्तानपुर से आगरा पहुंचे। इसी दौरान स्टेडियम में ही इस पत्रकार से बातचीत में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ ही आगरा में भी फुटबाल खेल के स्तर में काफी सुधार हुआ है। भारत की तो वर्ल्ड फीफा रैंकिंग सुधरी रही है।
श्री बेग ने एकतरफ साफगोई से यह स्वीकार किया कि वर्ल्ड कप फुटबाल में पहुंचने में तो हमें अभी हमें दसियों साल लगेंगे। अभी तो पहले हमें एशियाई देशों की फुटबाल टीमों को हराना है। तब जाकर वर्ल्ड कप फुटबाल के क्वालीफाइंग राउंड में पहुंचेंगे। एशिया में सउदी अरब, बहरीन आदि देशों की फुटबाल टीमें काफी मजबूत हैं। इन्हें हराने के बाद ही हम क्वालीफाइंग राउंड में पहुंचेंगे। दूसरी तरफ श्री बेग ने यह भी कहा कि हमारी वर्ल्ड रैंकिंग में तेजी से सुधार हो रहा है। जो कभी 160, 140 तक रहती थी। वह अब सौ के नीचे आ गयी है। मौजूदा समय में भारत की वर्ल्ड फीफा रैंकिंग 99 है। जो कि एशिया में हाईएस्ट रैंकिंग वाली 18 वीं टीम है। भारत में फुटबाल खेल में आगे और सुधार जारी है। अपने जमाने के धुरंधर खिलाड़ी रहे 73 वर्षीय एम एस बेग का कहना है कि भारतीय टीम 1956 के ओलंपिक में भी खेली है। उन दिनों मीर इकबाल, यूसुफ खान, थंगाराव गोलकीपर आदि महान खिलाड़ी हुआ करते थे। जकार्ता में 1962 के एशियन फुटबाल में भी भारतीय टीम खेल चुकी है। श्री बेग 1970 से लेकर 1974 तक भारतीय फुटबाल टीम के शिविर में रहे। लेकिन भारतीय टीम में उनका चयन नहीं हो पाया। इसका उन्हें आज भी कोई मलाल नहीं है। उनका कहना है कि मेरे से भी अच्छे खिलाड़ी जिनमें सुभाष भौमिक, नईमुद्दीन, हबीब, मगन सिंह, इंदर सिंह आदि मौजूद थे। जो कि भारतीय फुटबाल टीम का हिस्सा बने। वैसे तो श्री बेग बांग्लादेश के खिलाफ मुंबई में कैप्टन नवाब पटोदी की कप्तानी में अंतरराष्ट्रीय चैरिटी फुटबाल मैच भी खेल चुके हैं। मौरीशस में भारत की दोस्ताना टीम के सदस्य भी रहे हैं।
मूल रूप से सुल्तानपुर के रहने वाले श्री बेग की स्कूली शिक्षा दिल्ली में हुई। दिल्ली की स्कूल फुटबाल टीम के वे सदस्य रहे। वहां प्रिंस स्टेट,यंगमैन क्लब के लिए खेले। इसके पश्चात मुंबई चले गये। वहां रेलवे में नौकरी लग गयी। संतोष ट्राफी खेले। 2010 से वे उत्तर प्रदेश फुटबाल संघ को अपना योगदान दे रहे हैं। हाल ही में भुवनेश्वर में हुई नेशनल फुटबाल चैंपियनशिप में यूपी की अंडर-19 टीम चैंपियन बनी। श्री बेग इस टीम के चीफ मैनेजर थे। कोच बनारस के इरफान खान थे। सब-जूनियर बालिका फुटबाल टीम ने माल्दा में हुई नेशनल फुटबाल में तीसरा स्थान पाया। बेलगांव में हुई नेशनल सब जूनियर फुटबाल में यूपी की बालिकाएं सेमीफाइनल में पराजित होकर चौथे स्थान पर रहीं। उनका कहना है कि इस साल यूपी की तीन फुटबाल टीमें गयीं, उन सभी का प्रदर्शन अच्छा रहा। शनिवार को सुबह आगरा से ही उत्तर प्रदेश की जूनियर बालिका फुटबाल टीम जयपुर जाएगी। जहां नेशनल फुटबाल चैंपियनशिप में उन्हें हिस्सा लेना है। इस टीम के भी वे मुख्य मैनेजर बनकर जा रहे हैं। इन बालिकाओं का शिविर भी ताजनगरी के एकलव्य स्टेडियम में लगा है। श्री बेग का कहना है कि आगरा में खिलाड़ियों को अच्छी सुविधा मिल रही हैं। आगरा से उभरते हुए खिलाड़ी भी निकल रहे हैं। जिनमें से कई यूपी टीम का हिस्सा बन चुके हैं।