एकलव्य स्टेडियम में दुधमुंही बच्ची को गले से लगाकर उत्तर प्रदेश की जूनियर गर्ल्स फुटबाल टीम की संभावितों को करा रहीं कठिन परिश्रम
यूपी टीम आगरा से ही नेशनल फुटबाल चैंपियनशिप खेलने के लिए 30 सितंबर को जयपुर के लिए रवाना होगी
यूपी टीम के चयनकर्ता बिल्लू चौहान शिविर की खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर रख रहे बारीकी नजर
एलएस बघेल,आगरा। वैसे तो हर वर्किंग वूमैन को मां की ममता के साथ ही ड्यूटी करनी पड़ती है। लेकिन इनमें से कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जिनको मां की ममता तथा ड्यूटी के फर्ज के साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके भी दिखाना होता है। ऐसी ही कहानी है उत्तर प्रदेश की जूनियर फुटबाल शिविर की कोच पूजा भट्ट की। वे यहां एकलव्य स्टेडियम में मां की ममता के साथ ही ड्यूटी का फर्ज पूरी निष्ठा और मेहनत के साथ निभा रही हैं। वे यूपी की बालिका फुटबाल कैंप की कोच नियुक्त की गयी हैं। पंद्रह दिन तक यहां बालिकाओं को कोचिंग दे रही हैं। उनकी एक दुधमुंही बच्ची है। जो कि एक साल से भी कम की है। उसको गले से लगाकर सुबह और शाम चार-चार घंटे तक लगातार मैदान में यूपी टीम की संभावित खिलाड़ियों को कोचिंग दे रही हैं। इन दिनों गर्मी भी बहुत है लेकिन एक तरफ ड्यूटी का फर्ज है तो दूसरी तरफ मां की ममता भी है। पूजा भट्ट पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी कर रही हैं।
एटा की डिप्टी स्पार्ट्स आफीसर पूजा भट्ट को उत्तर प्रदेश की जूनियर बालिका फुटबाल कैंप के लिए कोच नियुक्त किया गया है। वे आगामी 29 सितंबर तक आगरा के एकलव्य स्टेडियम में यूपी फुटबाल टीम की संभावित खिलाड़ियों को सघन प्रशिक्षण दे रही हैं। वर्ष 2011-12 में कोलकाता से एनआईएस करने के बाद पूजा भट्ट स्पोर्ट्स कोटे से रेलवे में नौकरी पा गयीं। उन्होंने ईस्ट सेंट्रल रेलवे में हाजीपुर, बिहार में नौकरी की। इसके पश्चात वर्ष 2018 में यूपी में फुटबाल कोच के रूप में नौकरी मिल गयी। तभी उन्होंने रेलवे को छोड़ दिया। पूजा भट्टे चार बार नेशनल इंडिया कैंप में रही हैं। सीनियर नेशनल में यूपी से खेल चुकी हैं। नौकरी पर आते ही 2018 में बनारस में वे यूपी का कैंप ले चुकी हैं। मूल रूप से नैनीताल, उत्तराखंड की रहने वाली पूजा की अधिकांश पढ़ाई मुरादाबाद में हुई है। वे यूपी से ही खेली हैं। उनके पति गौरव पांडे मर्चेंट नेवी में हैं। इनके दो बच्चे हैं छोटे-छोटे। एक बच्ची तो एक साल से भी कम की है। उसी को गले से लगाकर वे यूपी फुटबाल टीम की संभावित खिलाड़ियों को यहां कड़ी धूप में प्रैक्टिस करा रही हैं। कोच का कहना है कि बच्ची को ज्यादा समय धूप में रखने से वह बीमार भी हो गयी है। लेकिन विभाग ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी है, उसको वे पूरी शिद्दत के साथ निभा रही हैं। 29 को टीम के चयन के पश्चात 30 सितंबर को यह टीम जयपुर के लिये रवाना होगी। जहां नेशनल फुटबाल प्रतियोगिता हो रही है। शिविर में बनारस, आगरा और आजमगढ़ की खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। उत्तर प्रदेश जूनियर बालिका टीम के चयनकर्ता एवं आगरा जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष बिल्लू चौहान शिविर की खिलाड़ियों के प्रदर्शन को लगातार देख रहे हैं। यूपी की टीम का चयन आगरा में ही होना है।