सड़क सुधार समिति की बैठक में मंडलायुक्त ने विभागीय अधिकारियों को दी कड़ी चेतावनी, दुर्घटनाओं में कमी लाने और अनाधिकृत वाहनों को सीज करने के निर्देश
हाईवे-एक्सप्रेसवे पर खड़े नहीं हो सकेंगे वाहन, रॉंग साइड चलने वाले वाहनों के खिलाफ भी होगी कड़ी कार्रवाई, 112 डायल के साथ परिवहन विभाग चलाएगा अभियान
हाईवे-एक्सप्रेसवे और बड़ी सड़कों पर चिन्हित होंगे ब्लैक स्पॉट, दुर्घटना का कारण ढूंढ अगले 3 महीने में सभी ब्लैक स्पॉट ख़त्म करने के निर्देश
आगरा.27 सितंबर। ‘ट्रैफिक व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है, आगरा को छोड़कर बाकी जनपदों में दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। सड़कों और हाईवे पर लगातार ओवरलोड ट्रक और डग्गेमार वाहन चल रहे हैं जिनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हो रही है। सड़कों पर बेतरतीब तरीके से खड़े होने वाले ऑटो और ई रिक्शा की वजह से शहर में सबसे ज्यादा ट्रैफिक की व्यवस्था बिगड़ी हुई है।’ उपरोक्त बातें आज मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कहते हुए मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी जी ने बैठक में मौजूद सभी विभागों को सड़क सुरक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के दिशा-निर्देश दिए। बैठक में आईजी आगरा जोन, दीपक कुमार और आरटीओ ,अरुण कुमार मौजूद रहे।
हेलमेट न पहनने वाले, सीट बेल्ट न लगाने वाले, मोबाइल पर बात करते हुए, ओवर स्पीड और नशे की हालत में वाहन चलाने वालों के खिलाफ मंडलायुक्त ने लगातार अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई और जुर्माना लगाने की निर्देश दिए। ओवरलोड और डग्गेमार वाहनों को सीज करने को कहा। टीटीजेड क्षेत्र के अंतर्गत आगरा मंडल में 15 साल पुराने लगभग 4 लाख वाहनों का रजिस्ट्रेशन निरस्त किया गया है लेकिन इसके सापेक्ष 4000 के आसपास ही गाड़ियों के चालान काटे गए हैं। यह करवाई भी मैन्युअल की जा रही है जबकि पिछली बैठक में मंडलायुक्त ने रजिस्ट्रेशन निरस्त हो चुके वाहनों की सूची को ITMS से लिंक करने को कहा था ताकि ऑटोमेटिक चालान जेनरेट हो सके लेकिन इस पर कोई काम नहीं हुआ। वहीँ ITMS के माध्यम से प्रॉपर चालान जारी नहीं हो पा रहा है। इसको लेकर मंडलायुक्त ने परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम को कड़ी चेतावनी दी और अक्टूबर माह तक इस व्यवस्था को ठीक करने के निर्देश दिए अन्यथा की स्थिति में जिम्मेदारी तय होगी।
नेशनल हाईवे और एक्सप्रेस वे पर होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर मंडलायुक्त ने ट्रैफिक पुलिस, एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी और आरटीओ को निर्देश दिए कि जहां भी सबसे ज्यादा और बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं उन जगहों को चिन्हित कर दुर्घटनाओं के कारण ढूंढे जाएं और उन्हें दूर करने के प्रयास किए जाएं। हाईवे और एक्सप्रेस वे पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं गलत साइड से आने वाले और खड़े वाहनों से होती है। इसलिए मंडलायुक्त ने खड़े वाहनों और रॉंग साइड चलाने वाले वाहनों के खिलाफ सख़्ती से अभियान चलाने के निर्देश दिए। यूपीडा विभाग को लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेस वे पर डार्क स्पॉट पर लाइटें लगाने के निर्देशित किया।
गुरुद्वारा गुरु का ताल के सामने चौराहे पर अधिक जाम लगने की समस्या का स्थाई समाधान न होने तक कामायनी हॉस्पिटल के पास कट को खोलने के निर्देश दिए। आगरा मथुरा बायपास रोड पर जाम न लगे, इसे लेकर रोडवेज विभाग को निर्देशित किया कि अब्बूलाला दरगाह और वाटर वर्क्स चौराहे पर रोडवेज बसें नहीं रुकेंगी। अरतौनी रोड पर चिन्हित किये गए ब्लैक स्पॉट के विश्लेषण कर खत्म करने के निर्देश दिए। ट्रैफिक पुलिस द्वारा आगरा मंडल की लगभग 189 बसों का चालान किया गया। जिसका पूरा जुर्माना रोडवेज विभाग द्वारा नहीं भरा गया। जुर्माना भरने को निर्देशित किया। शिक्षा विभाग और परिवहन विभाग की जिम्मेदारी तय करते हुए मंडलायुक्त ने निर्देशित किया कि मंडल के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को लाने व ले जाने वाले वाहनों का डाटा निकल जाए और जांच की जाए कि वे मानकों के अनुसार चल रहे हैं या नहीं। जो भी अनाधिकृत वाहन हैं उन्हें बंद किया जाए।
सड़क दुर्घटना होने के बाद घायलों को समुचित उपचार दिलाने और एंबुलेंस की व्यवस्था पर बताया गया कि फिरोजाबाद में दो ट्रामा सेंटर हैं जबकि मथुरा में एक ट्रामा सेंटर प्रस्तावित है। आगरा सीएमओ ने जैसे ही एंबुलेंस की डिटेल्स सामने रखी वैसे ही मंडलायुक्त ने अभी हाल ही में फतेहपुर सीकरी में हुए प्रकरण में कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि अगर भविष्य में आगरा मंडल में कहीं भी फिर ऐसी घटना हुई तो स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। यह अंतिम चेतावनी है। सवाल किया कि ताजमहल पर आपको एक एंबुलेंस मिली हुई है लेकिन वहां पर कोई भी डॉक्टर या फैसिलिटी क्यों नहीं है? सीएमओ को निर्देश दिए कि सभी एंबुलेंस ड्राइवरों को बुलाकर जल्द से जल्द उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए।
वहीँ बैठक में मौजूद आईजी आगरा जोन दीपक कुमार ने चारों जनपदों के पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया कि शहर के साथ-साथ देहात क्षेत्र में भी ट्रैफिक पुलिस के साथ समन्वय में बनाते हुए अभियान चलाएं। ट्रैफिक रूल्स का पालन न करने वाले लोगों को पहले समझाएं। उसके बाद न मानने पर चालान की कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि लगभग सभी जगह पर 112 डायल गाड़ी मौजूद रहती है। प्रथम चरण में हाईवे और एक्सप्रेस वे पर एक सप्ताह में दो से तीन दिन अभियान चलाकर रॉन्ग साइड और खड़े वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करें। जगह-जगह पार्किंग और ऑटो स्टैंड की व्यवस्था होने की बावजूद मुख्य मार्ग और चौराहों पर जाम की स्थिति बने रहने पर पुलिस क्षेत्राधिकारी को नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से सख़्ती से अभियान चलाने को कहा। विशेष तौर पर गोवर्धन और वृंदावन चौराहा पर अगले एक सप्ताह में सभी ई रिक्शा को चिन्हित करने और उनके रुट तय करने के निर्देश दिए।वहीँ मंडलायुक्त ने नगर निगम को आगरा-मथुरा जनपद में पार्किंग और ऑटो स्टैंड बढ़ाने तथा ट्रैफिक पुलिस को सभी टूरिस्ट स्पॉट पर व्यवस्थित रूप से ऑटो और ई रिक्शा खड़े कराने के निर्देश ताकि बाहर से घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों के सामने एक अच्छी छवि जाए।