नगर आयुक्त और महापौर के संयुक्त प्रयास से मिली ऐतिहासिक सफलता
आगरा। ताज नगरी ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 की हालिया रिपोर्ट में आगरा ने देशभर में 10वीं रैंक और उत्तर प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त कर सबको चौंका दिया है। यह उपलब्धि नगर निगम आगरा और आगरा वासियों के सतत प्रयासों की मिसाल बन गई है।
साल 2023-24 में आगरा की देश में 85वीं रैंक थी, और महज एक वर्ष में 75 स्थान की ऐतिहासिक छलांग लगाते हुए आगरा टॉप-10 स्वच्छ शहरों की सूची में शामिल हो गया है। यह न केवल नगर निगम प्रशासन बल्कि पूरे शहर के लिए गर्व का विषय है।
— विज्ञान भवन में हुआ सम्मान समारोह—-
इस गौरवशाली उपलब्धि के लिए आयोजित कार्यक्रम दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में हुआ, जहां महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के हाथों से सम्मानस्वरूप प्रमाण पत्र प्राप्त किया।
इस अवसर पर नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल, सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम, स्वच्छ भारत मिशन के सह प्रभारी सुदेश यादव समेत नगर निगम के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने मंच पर आगरा का प्रतिनिधित्व कर स्वच्छता में मिली सफलता को साझा किया।
— स्वच्छता में मिशन मोड पर काम—-
नगर निगम आगरा ने पिछले एक साल में शहर को स्वच्छ, सुंदर और नागरिकों के लिए आकर्षक बनाने के उद्देश्य से लगातार अभियान चलाए। शहर में कचरा पृथक्करण, पॉलीथिन विरोधी कार्रवाई, दीवारों पर सामाजिक संदेशों वाली कलाकृतियां, सार्वजनिक शौचालयों का सुधारीकरण, कंपोस्टिंग यूनिट्स की स्थापना, और सफाई कर्मचारियों की नियमित निगरानी जैसी गतिविधियाँ चलाई गईं।
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल के नेतृत्व में स्वच्छता अभियान को मिशन मोड में चलाया गया। वे स्वयं विभिन्न वार्डों में जाकर निरीक्षण करते रहे और लापरवाही पर कार्रवाई करते हुए सफाई कर्मियों और ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय की।
— नागरिकों की भागीदारी बनी सफलता की कुंजी—-
शहर की इस उपलब्धि में आगरा के नागरिकों की सक्रिय सहभागिता भी अत्यंत महत्वपूर्ण रही। जागरूकता रैलियों, स्कूल कार्यक्रमों, स्वच्छता शपथ और प्रतियोगिताओं के माध्यम से लोगों को जोड़ा गया। स्वच्छता को सामाजिक आंदोलन का रूप देने की कोशिशों ने शहर को नया स्वरूप दिया।
—-17 से 30 अप्रैल तक हुआ था सर्वेक्षण —-
भारत सरकार की तीन टीमों ने दो चरणों में शहर का सर्वे किया था। इस दौरान पूरे शहर की सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के साथ-साथ नगर निगम द्वारा संचालित किया जा रहे सभी प्लांट का भी निरीक्षण किया गया था। सर्वेक्षण टीम ने सौंदर्यीकरण, सार्वजनिक और सामुदायिक शौचायलयों के अलावा 5 आर सैंटरो की भी समीक्षा की थी।
——नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल का वर्जन—
“स्वच्छता सर्वेक्षण में देश के टॉप-10 में आना नगर निगम और आगरा वासियों के साझा प्रयास का परिणाम है। हमने पूरे वर्ष लक्ष्य आधारित काम किया, टेक्नोलॉजी और फील्ड सुपरविजन पर फोकस किया। अब हम देश के टॉप-3 में आने के लिए कार्ययोजना बना रहे हैं।”
—महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह का वर्जन—
“यह सम्मान पूरे आगरा की मेहनत और एकजुटता का प्रतीक है। विज्ञान भवन में केंद्रीय मंत्री खट्टर से प्रमाण पत्र प्राप्त करना गौरवपूर्ण क्षण था। हम स्वच्छता को केवल एक अभियान नहीं, बल्कि संस्कृति बनाना चाहते हैं। आगामी वर्षों में आगरा को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाना हमारा लक्ष्य है।”
नगर निगम ने नगर की सफाई में किये हैं ये व्यापक सुधार——
वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांटः– शहर के अधिकांश डलावघरों को बंद कर ट्रांसफ स्टेशनों की स्थापना की गई। कचरे को स्मार्ट तरीके से अलग अलग कर उसका पुनर्चक्रण किया जा रहा है।
कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारणः——- कुबेरपुर लैंड फिल साइट पर लगभग बीस लाख मीट्रिक टन कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण कर वहां पर हरियाली विकसित की गई है।
सैनेटरी लैंडफिल का विकास: — राष्ट्रीय मानकों के अनुसार सेनेटरी लैंडफिल तैयार किया जा रहा है। यहां पर केवल गैर रीसायकिल कचरे का निस्तारण किया जाएगा।
15 एकड़ में ग्रीन जोन तैयार किया गयाः– —- कुबेरपुर मे 15 एकड़ भूमि पर हरित पट्टी तैयार की गई है जो लैंडफिल साइड की हरित घेराबंदी करेगा।
फाइव आर सेंटर का निर्माणः——- नगर में रिफ्यूज, रिड्यूज, रीयूज, रिपेयर, रिसायकिल पर आधारित फाइव आर सेंटर बनाये गये हैं जिनसे स्वयंसेवी संस्थाओं की महिलाओं को जोड़ा गया है।
प्लास्टिक कचरा रिसाइकिल प्लांट:——
यहां पर प्लास्टिक कचरे को साफ करके टुकड़ों में काटे जाने के उपरांत उपयोग योग्य वस्तुओं का निर्माण किया जाता है।
150 टीडीपी प्लांटः— निर्माण के उपरांत निकले मलबे को फिर से उपयोग के काबिल बनाया जाता है। इससे र्प्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलता है।
वेस्ट टू एनर्जी प्लांट पर तेजी से कामः— नगर निगम के द्वारा वेस्ट टू एनर्जी प्लांट पर तेजी से कार्य चल रहा है। यह प्लांट प्रदेश का पहला ऐसा प्लांट होगा जिससे वेस्ट से एनर्जी उत्पन्न की जाएगी।