आगरा। दिनांक-17.04.2025 को आगरा मंडल का आगरा सिटी रेलवे रेलवे स्टेशन आज 122 साल का हो गया। आगरा सिटी रेलवे स्टेशन की स्थापना सन 1903 में हुई थी | इस स्टेशन का स्थापना महोत्सव दिवस आज मनाया गया | जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्या ,महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग , पुरुषोत्तम खंडेलवाल विधायक आगरा उत्तर एवं मंडल रेल प्रबंधक आगरा तेज प्रकाश अग्रवाल की उपस्थिति में स्टेशन के इतिहास और स्टेशन के बारे में जागरूकता बढाने के लिए स्टेशन महोत्सव मनाया गया | फोटो गैलरी का मुख्य अतिथि एवं माननीय विधायक द्वारा अवलोकन किया गया। लगाई गई फोटो गैलरी की सराहना की गई। एलईडी पर स्टेशन महोत्सव के दौरान स्टेशन के इतिहास और स्टेशन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रस्तुतीकरण वीडियो प्रदर्शित किया गया, जिसमे आगरा सिटी स्टेशन के प्राचीन फोटो व जानकारी आदि प्रदर्शित की गई, फोटो गैलरी में आगरा सिटी स्टेशन का इतिहास, पुरानी फोटो, इंजन का फोटो,मॉडल जैसी सामग्री प्रदर्शित की गई, माननीया कैबिनेट मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्या ,महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग , श्री पुरुषोत्तम खंडेलवाल माननीय विधायक आगरा उत्तर एवं मंडल रेल प्रबंधक आगरा श्री तेज प्रकाश अग्रवाल द्वारा स्टेशन महोत्सव कार्यक्रम पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया गया आगरा में आगरा सिटी रेलवे स्टेशन, देश के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक के रूप में ऐतिहासिक महत्व रखता है|स्टेशन के इतिहास और स्टेशन के बारे में जागरूकता बढाने के लिए स्टेशन महोत्सव मनाया गया|
स्टेशन महोत्सव द्वारा आगरा सिटी रेलवे स्टेशन की स्थापना के 122 वर्षों के समृद्ध इतिहास को याद किया गया | ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान स्थापित इस स्टेशन ने परिवहन और व्यापार को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।स्टेशन का इतिहास 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध का है जब ब्रिटिश शासन ने आगरा के रणनीतिक महत्व को देखते हुए एक प्रमुख केंद्र के रूप में मान्यता दी थी। स्टेशन की शुरुआत वर्ष 1903 से होती है, जब आगरा सिटी रेलवे स्टेशन की आधारशिला जॉन स्ट्रैची ने रखी। हालांकि, ये वर्ष 1908 में कमिशन्ड हुआ। उन्होंने इसी क्रम में स्ट्रेची पुल का निर्माण भी करवाया जो कि आगरा सिटी को टूण्डला तक जोड़ रहा है। गौरतलब है कि आज भी वो उसी रफ्तार के साथ काम कर रहा है | उस समय बेलनगंज व्यापार का केंद्र बिंदू था, लेकिन यहाँ पर बाहर से आने वाले माल की सप्लाई समय पर नहीं हो पाती थी, जिसे देखते हुए इस स्टेशन को स्थापित करने की बात हुई। उस दौर में यमुना ब्रिज पर ही माल उतरता था, जिसे शहर तक लाने में काफी समय लगता और खर्चा ज्यादा होता। इस बात को भांपते हुए जॉन स्ट्रेची ने बेलनगंज के करीब धुलियागंज में आगरा फोर्ट स्टेशन के बाद आगरी सिटी स्टेशन को तैयार करवाया। आगरा सिटी रेलवे स्टेशन की वास्तुकला इसके निर्माण के दौरान प्रचलित औपनिवेशिक प्रभाव को दर्शाती है। यह स्टेशन, अपने विशिष्ट डिज़ाइन और संरचनात्मक तत्वों के साथ, उस युग की इंजीनियरिंग और वास्तुशिल्प प्रथाओं के लिए एक प्रमाण के रूप में कार्य करता है। कास्ट आयरन के खम्बो पर बना इसका प्रवेश कक्ष व चीनी मिट्टी की टाइल्स से सुसज्जित अनोखा सब वे इस स्टेशन के विशेष आकर्षण है |आगरा सिटी रेलवे स्टेशन से जुड़े स्वतंत्रता सेनानियों में श्रीकृष्ण दत्त पालीवाल, मनोहर लाल शर्मा, बाबूलाल पाठक, नत्थीलाल और किशन लाल स्वर्णकार जैसे नाम शामिल हैं, जिन्होंने भारत की आजादी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एक समय आगरा शहर का सबसे व्यस्ततम रहने वाला आगरा सिटी रेलवे स्टेशन ही था, बदलते समय के साथ शहर की जरुरतें बढ़ीं, तो इसकी जगह आगरा फोर्ट,आगरा कैंट,राजा की मंडी को जिम्मेदारी मिलती गई। लेकिन आज भी यह एक धरोहर के रूप में मौजूद है और अभी भी अपनी उपस्थिति को बयां कर रहा है,इस अवसर पर रेलवे की सांस्कृतिक टीम द्वारा स्टेशन के इतिहास पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम किये गये|
इस कार्यक्रम में अपर मंडल रेल प्रबंधक प्रनव कुमार ,मंडल के शाखा अधिकारी ,जेडआरयूसीसी सदस्य एवं डीआरयूसीसी सदस्य, ,स्टेशन सलाहकार समिति के सदस्य व मीडिया बंधू ,कर्मचारी गण की मौजूदगी में स्टेशन महोत्सव कार्यक्रम संपन्न हुआ |