एल एस बघेल, आगरा, 14 अक्टूबर। ताजनगरी आगरा जिला उत्तर प्रदेश फुटबाल का हब बनता जा रहा है। सब-जूनियर से लेकर सीनियर तक बालक-बालिकाओं के शिविर आगरा में लगातार लग रहे हैं। नरायनपुर, छत्तीसगढ़ टीम खेलने के लिये आगरा से ही रवाना हुई थी। वहां यूपी की बालिकाएं विजेता बनी थीं। इसके अलावा सीनियर महिला फुटबाल टीम का कैंप भी आगरा में लगा था। यह टीम अमृतसर, पंजाब गयी थी। जहां विजेता बनी। इसके पश्चात फाइनल राउंड के लिये नरायनपुर गयी, जहां कल ही सेमीफाइनल में जाकर उनका सफर खत्म हुआ। अब उत्तर प्रदेश सब-जूनियर बालकों का कैंप एकलव्य स्टेडियम आगरा में चल रहा है। कैंप के बाद चयनित टीम पंजाब सब-जूनियर नेशनल में खेलने के लिये जाएगी।
यह कैंप विगत 10 अक्टूबर से शुरू होकर 25 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें छोटे-छोटे फुटबालर जिनकी संख्या 30 बतायी गयी है। प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनके मुख्य प्रशिक्षक अमित रावत(गाजियाबाद) बी लाइसेंस धारक हैं। उनके साथ आगरा स्टेडियम के सहायक प्रशिक्षक के रूप में योगेश वर्मा कोचिंग दे रहे हैं। इन बच्चों को प्रतिदिन सुबह 6 बजे से 8.30 बजे तक तथा शाम को तीन बजे से 5.30 बजे तक कड़ी मेहनत करायी जा रही है। बच्चों को स्ट्रैटिजी, टैकनिक, टैक्टिस के साथ ही फुटबाल खेल की बारीकियों पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। दोनों प्रशिक्षक पूरी मेहनत के साथ लगे हुए हैं। कैंप के सब-जूनियर फुटबालरों में तीन आगरा के भी हैं। इनके अलावा अलीगढ़, मेरठ, बनारस, गोरखपुर, सैफई स्पोर्ट्स कालेज, लखनऊ स्पोर्ट्स कालेज, झांसी, बरेली आदि शहरों के खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं। मंगलवार सुबह के समय का इनके अभ्यास सत्र का नजारा देखने में खूबसूरत लगा। छोटे-छोटेबच्चे अपने गुरुओं के साथ पूरी मेहनत और लगन के साथ फुटबाल खेलने का अभ्यास कर रहे हैं। इस दौरान उनको यह भी नहीं पता होता कि मैदान में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है। मुख्य कोच अमित रावत और सहायक कोच योगेश वर्मा (एनआईएस ) नई-नई तकनीकियां इन खिलाड़ियों को सिखा रहे हैं।
खिलाड़ियों के रहने और खाने की व्यवस्था खेल निदेशालय उत्तरप्रदेश द्वारा की गयी है।एकलव्य स्टेडियम में ही बच्चे रह रहे हैं। कैंप के बाद टीम का चयन भी आगरा में ही होता है। आगरा को फुटबाल का हब बनाने का श्रेय मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश फुटबाल संघ के महासचिव मुहम्मद शाहिद और आगरा फुटबाल संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह उर्फ बिल्लू चौहान को जाता है। इससे पहले तो निदेशालय के कैंप एक-दो ही लगते थे आगरा में। अब कोरोना के बाद से ताजनगरी की फुटबाल को चार चांद लग गये हैं। हालांकि अभी कुछ खामियां भी हैं, जिनको धीरे-धीरे खेल संघ और निदेशालय द्वारा दूर कर लिया जाएगा।