इनर रिंग रोड पर धरना देते किसान।
आगरा, 3 जनवरी। एक ओर रहनकलां समेत दर्जन भर गांवों के किसान अधिग्रहीत जमीन वापसी की मांग को लेकर कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे धरने पर बैठे हैं तो दूसरी ओर कुछ किसान सहकारिता विभाग के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नौ दिन से अन्न-जल त्यागे हुए हैं। दोनों ही मसलों का अभी तक हल नहीं निकल पाया है।
इनर रिंग रोड की एक साइड को घेरे बैठे किसानों को मनाने के सारे प्रयास विफल हो रहे हैं। किसान मुख्यमंत्री से मिलने की जिद पर अड़े हुए हैं। शुक्रवार की सायं विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने किसानों के बीच पहुंचकर उन्हें समझाने का प्रयास किया। विधायक ने आंदोलन समाप्त करने का आग्रह करते हुए किसानों को आश्वस्त किया कि वे जल्द ही उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से कराने का प्रयास करेंगे। इस पर किसानों ने मुलाकात का दिन और समय बताने की जिद पकड़ ली। साथ ही लिखित आश्वासन मांगा। इस पर बात नहीं बन पाई। माना जा रहा है कि छह जनवरी को आगरा आ रहे जिले के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह धरना स्थल पर जाकर किसानों को मनाने का प्रयास करेंगे।
इधर आज किसानों के समर्थन में सपा के सांसद रामजीलाल सुमन धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सपा किसानों के साथ खड़ी है। किसानों के आंदोलन को अन्ना हजारे ने भी समर्थन दिया है। इसके अलावा दिन भर किसानों के कई संगठनों के प्रतिनिधि धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने किसानों को समर्थन की घोषणा की।
इधर विकास भवन पर किसानों का धरना जारी रहा। अन्न जल त्याग किए जिला अस्पताल में भर्ती किसान नेता श्याम सिंह चाहर और किसान मजदूर नेता चौ.
दिलीप सिंह की हालत बिगड़ती जा रही है। आज सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान किसान नेताओं से मिलने जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अनशन खत्म करने का आग्रह किया। इस पर किसान नेता चाहर ने साफ कहा कि जब तक भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होती, तब तक अनशन खत्म नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी कह दिया कि वे अब सीधे जिलाधिकारी से वार्ता करेंगे।
वहीं किसान नेता रामवीर सिंह व प्रदीप कुमार को स्वास्थ्य में सुधार से अस्पताल से छुट्टी लेकर दोनों किसान नेता धरना स्थल विकास भवन पंहुच धरने में शामिल हो गए। सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान व प्रकरण के जाँच अधिकारी थानाध्यक्ष सदर प्रदीप कुमार ने जिला अस्पताल में पहुंच कर किसान नेताओं का हालचाल लिया कार्यवाही का आश्वासन देकर भूख हड़ताल ख़त्म करने का अनुरोध किया।
किसान नेता सावित्री चाहर ने धरने में शामिल होकर जिला हॉस्पिटल पहुंच कर किसान नेताओं का हालचाल जाना कहा कि जिला प्रशासन आंदोलनकारी किसानों के धैर्य की परीक्षा ना ले,नहीं तो किसानों को सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ेगा,
किसान नेता लाखन सिंह फौजदार ने आरोप लगाया जिला प्रशासन किसानों के आंदोलन को खत्म कराके सहकारिता विभाग के अधिकारियों पर कार्यवाही नहींकर रहा है। वहीं धरने में छीतरिया, प्रदीप फौजदार,रामवीर त्यागी, सत्यवीर चाहर, प्रदीप शर्मा, भरत कुशवाह,वीरेंद्र सिंह चाहर ,लाखन सिंह, कुलदीप रावत, अनुज शर्मा, दाताराम लोधी,अतुल सिरोही,रामू चौधरी,कल्याण सिंह, बाल किशोर गोस्वामी,सुरेन्द्र सिंह, रामगोपाल चाहर, मुकेश सविता, नागेंद्र सिंह राजों जाट उपेंद्र सिंह आदि किसान मौजूद रहे।