आगरा, 13 दिसंबर। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के दिशानिर्देश पर, जनपद न्यायाधीश विवेक संगल, आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्षा सुश्री नसीमा ख़ानम, सदस्यगण/अपर जनपद न्यायाधीशगण, कनिष्क सिंह, अपर जिला जज, डॉक्टर दिव्यानंद द्विवेदी, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती सुधा यादव व श्रीमती भव्या श्रीवास्तव, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, आगरा द्वारा सर्वप्रथम राजकीय संप्रेक्षण गृह, (महिला) आगरा, राजकीय संप्रेक्षण गृह, किशोर, सिरौली मलपुरा, आगरा एवम बाल शिशु ग्रह, सदर, आगरा का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण समिति के द्वारा किशोरों के कक्ष का निरीक्षण किया गया। इस दौरान किशोरों के पलंग की तलाशी ली गई । किशोर से पूछताछ की गई जिसमें किशोर ने तथा प्रभारी अधीक्षक ने स्टाफ न होने के कारण काम कराएं जाने से अवगत कराया। इस संबंध में उपस्थित प्रभारी को सम्बंधित के लिए पत्र लिखे जानें के लिए निर्देशित किया गया एवं उपस्थित कर्मचारियों के द्वारा नियमित जांच एवं किशोर को दाखिला किए जाने के उपरांत उनके तलाशी लिए जानें के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही जनपद न्यायाधीश श्री विवेक संगल, तथा शेल्टर होम समिति के द्वारा पाकशाला का निरीक्षण किया गया जिसमें पाकशाला में कार्य कर रहे रसोईया ने यह अवगत कराया कि मेनू के अनुसार किशोरो को भोजन दिया जाता हैं। फिर भी प्रभारी को किशोरों को दिए जानें वाले भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिए जाने हेतु निर्देशित किया गया।
इसके अतिरिक्त माननीय जनपद न्यायाधीश एवं शेल्टर होम समिति के द्वारा किशोर संप्रेषण गृह (शिशु) सदर आगरा का भी औचक निरीक्षण किया गया।
इसके अतिरिक्त आज मानसिक चिकित्सालय आगरा का भी औचक निरीक्षण किया गया। संस्था के निदेशक श्री जदिनेश कुमार, अधीक्षक डॉक्टर श्री अनिल कुमार सिसोदिया एवं चिकित्सक गण कर्मचारी गण उपस्थित रहे। मानसिक चिकित्सालय आगरा में समुचित साफ-सफाई एवं भर्ती मरीजों को दिए जाने वाला खाना पीना सभी चीज दुरुस्त पाई गई फिर भी संस्था के निदेशक को निर्देशित किया गया कि मरीजों को दिए जाने वाला भोजन एवं समुचित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना सुनिश्चित करें।