‘मन की बात 2.0’ में प्रधानमंत्री का सम्बोधन
29 Sep, 2019
मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार | साथियो, आज की ‘मन की बात’ में, देश की उस महान शख्सियत, मैं, उनकी भी बात करूँगा | हम सभी हिन्दुस्तानवासियों के दिल में, उनके प्रति बहुत सम्मान है, बहुत लगाव है | शायद ही, हिन्दुस्तान का कोई नागरिक होगा, जो, उनके प्रति आदर ना रखता हो, सम्मान ना करता हो | वो उम्र में हम सभी से बहुत बड़ी हैं, और देश के अलग-अलग पड़ावों, अलग-अलग दौर की, वो साक्षी हैं | हम उन्हें दीदी कहते हैं – ‘लता दीदी’ | वो, इस 28 सितम्बर को 90 वर्ष की हो रही हैं | विदेश यात्रा पर निकलने से पहले, मुझे, दीदी से फ़ोन पर बात करने का सौभाग्य मिला था | ये बातचीत वैसे ही थी, जैसे, बहुत दुलार में, छोटा भाई, अपनी बड़ी बहन से बात करता है | मैं, इस तरह के व्यक्तिगत संवाद के बारे में, कभी बताता नहीं, लेकिन आज चाहता हूँ, कि, आप भी, लता दीदी की बातें सुनें, उस बातचीत को सुनें | सुनिये, कि कैसे, आयु के इस पड़ाव में भी लता दीदी, देश से जुड़ी तमाम बातों के लिये उत्सुक हैं, तत्पर हैं, और जीवन का संतोष भी, भारत की प्रगति में है, बदलते हुई भारत में है, नई ऊंचाईयों को छू रहे भारत में है |
मोदी जी : लता दीदी, प्रणाम! मैं नरेंद्र मोदी बोल रहा हूँ |
लता जी : प्रणाम,
मोदी जी : मैंने फ़ोन इसलिए किया, क्योंकि, इस बार आपके जन्मदिन पर….
लता जी : हाँ हाँ
मोदी जी : मैं हवाई जहाज में travelling कर रहा हूँ |
लता जी : अच्छा
मोदी जी : तो मैंने सोचा जाने से पहले ही
लता जी : हाँ हाँ
मोदी जी : आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, अग्रिम बधाई दे दूं | आपका स्वास्थ्य अच्छा रहे,आपका आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे, बस यही प्रार्थना और आपको प्रणाम करने के लिए मैंने, अमेरिका जाने से पहले ही आपको फ़ोन कर दिया |
लता जी : आपका फ़ोन आयेगा, यह सुन के ही मैं बहुत, ये हो गयी थी | आप, जा के कब वापस आयेंगे |
मोदी जी : मेरा आना होगा 28 late night और 29 morning और तब आपका जन्मदिन हो गया होगा |
लता जी : अच्छा, अच्छा | जन्म दिन तो क्या मनायेंगे, और बस घर में ही सब लोग,
मोदी जी : दीदी देखिये मुझे तो
लता जी : आपका आशीर्वाद मिले तो
मोदी जी : अरे आपका आशीर्वाद हम मांगते हैं, आप तो हमसे बड़े हैं|
लता जी : उम्र से बड़ा तो बहुत, कुछ लोग होते हैं, पर अपने काम से जो बड़ा होता है, उसका आशीर्वाद मिलना बहुत बड़ी चीज होती है |
मोदी जी : दीदी, आप उम्र में भी बड़ी हैं और काम में भी बड़ी हैं और आपने ये जो सिद्धी पायी है, ये साधना और तपस्या करके पायी है |
लता जी : जी, मैं तो सोचती हूँ कि मेरे माता-पिता का आशीर्वाद है, और सुनने वालों का आशीर्वाद है | मैं कुछ नहीं हूँ |
मोदी जी : जी, यही आपकी नम्रता जो है, ये हम नयी पीढ़ी के सबके लिये, ये बहुत बड़ी शिक्षा है, बहुत बड़ा हमारे लिये inspiration है कि आपने जीवन में इतना सब कुछ Clear करने के बाद भी, आपके मात-पिता के संस्कार और उस नम्रता को हमेशा ही प्राथमिकता दी है |
लता जी : जी |
मोदी जी : और मुझे तो खुशी है कि जब आप गर्व से कहती हो कि माँ गुजराती थी …..
लता जी : जी |
मोदी जी : और मैं जब भी आपके पास आया
लता जी : जी |
मोदी जी : आपने मुझे कुछ-ना-कुछ गुजराती खिलाया |
लता जी : जी | आप क्या हैं, आपको ख़ुद पता नहीं है | मैं जानती हूँ कि आपके आने से भारत का चित्र बदल रहा है और वो, वही मुझे बहुत खुशी होती है | बहुत अच्छा लगता है |
मोदी जी : बस दीदी, आपके आशीर्वाद बने रहें, पूरे देश पर आपके आशीर्वाद बने रहे, और, हम जैसे लोग कुछ-ना-कुछ अच्छा करते रहें, मुझे आपने हमेशा प्रेरणा दी है | आपकी चिट्ठी भी मुझे मिलती रहती है और आपकी कुछ-ना-कुछ भेंट-सौगात भी मुझे मिलती रहती है तो ये एक अपनापन,जो एक, पारिवारिक नाता है उसका एक विशेष आनंद मुझे होता है |
लता जी : जी, जी | नहीं मैं आपको बहुत तकलीफ नहीं देना चाहती हूँ, क्योंकि, मैं देख रही हूँ, जानती हूँ, कि आप कितने busy होते हैं और आपको कितना काम होता है | क्या-क्या सोचना पड़ता है | जब, आप जा के अपनी माता जी को पाँव छू के आये, देखा तो मैंने भी किसी को भेजा था उनके पास और उनका आशर्वाद लिया|
मोदी जी : हाँ ! मेरी माँ को याद था और वो मुझे बता रही थी |
लता जी : जी |
मोदी जी : हाँ |
लता जी : और टेलीफोन पर उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया, तो मुझे, बहुत अच्छा लगा
मोदी जी : हमारी माँ बहुत प्रसन्न थी, आपके इस प्यार के कारण |
लता जी : जी जी |
मोदी जी : और मैं आपका बहुत आभारी हूँ कि आप हमेशा मेरी चिंता करती हैं | और फिर एक बार मैं आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूँ |
लता जी : जी |
मोदी जी : इस बार Mumbai आया तो मन करता था कि रूबरू आ जाऊं
लता जी : जी, जी जरुर |
मोदी जी : लेकिन समय की इतनी व्यस्तता थी कि मैं आ नहीं पाया
लता जी : जी
मोदी जी : लेकिन मैं बहुत ही जल्द आऊँगा
लता जी : जी |
मोदी जी : और घर आ करके कुछ गुजराती चीजें आपके हाथ से खाऊंगा |
लता जी : जी जरुर, जरुर, जरुर | ये तो मेरा सौभाग्य होगा |
मोदी जी : प्रणाम, दीदी |
लता जी : प्रणाम |
मोदी जी : बहुत शुभकामनाएं | आपको
लता जी : बहुत-बहुत प्रणाम |
मोदी जी : प्रणाम जी |
मेरे प्यारे देशवासियों, ‘मन की बात’ का मैंने पहले भी कहा था बहुत बड़ा लाभ है कि मुझे कई जाने-अनजाने लोगों से प्रत्यक्ष-परोक्ष संवाद करके का सौभाग्य मिल जाता है | पिछले दिनों दूर-सुदूर अरुणाचल से एक विद्यार्थी ने अलीना तायंग, मुझे बड़ा interesting पत्र भेजा है | और उसमें लिखा है, मैं पत्र पढ़ देता हूँ आपके सामने…
आदरणीय प्रधानमंत्री जी,
मेरा नाम अलीना तायंग है | मैं रोइंग, अरुणाचल प्रदेश से हूँ | इस बार जब मेरे exam का result आया तो मुझे कुछ लोगों ने पूछा कि तुमने Exam Warriors किताब पढ़ी क्या? मैंने बताया, कि, यह पुस्तक तो मैंने नहीं पढ़ी है | लेकिन, वापस जाकर, मैंने, ये किताब खरीदी और उसे 2-3 बार पढ़ गई | इसके बाद मेरा अनुभव काफी अच्छा रहा | मुझे लगा, कि, यदि मैंने ये किताब exam से पहले पढ़ी होती तो मुझे काफी लाभ होता | मुझे इस किताब से कई पहलू बहुत अच्छे लगे, लेकिन, मैंने ये भी चीज़ देखी कि students के लिए तो बहुत सारे मंत्र है लेकिन parents और teachers के लिए इस बुक में ज्यादा कुछ नहीं है | मैं चाहूंगी कि अगर आप किताब के नए edition के बारे में कुछ सोच रहे हैं तो उसमें parents और teachers को लेकर कुछ और मंत्र, कुछ और content जरुर शामिल करें |”
मेरे प्यारे देशवासियो, हमारे यहाँ शास्त्रों में कहा गया है :-
विद्या विनय उपेता हरति
न चेतांसी कस्य मनुज्स्य |
मणि कांचन संयोग:
जनयति लोकस्य लोचन आनन्दम
यानी, जब किसी व्यक्ति में योग्यता और विनम्रता एक साथ समाहित हो जाए, तो वो फिर, किसका दिल नहीं जीत सकता है | वास्तव में, इस युवा खिलाड़ी ने दुनिया भर के लोगों का दिल जीता है |
मेरे प्यारे देशवासियो हम सभी जानते हैं कि तम्बाकू का नशा, सेहत के लिए, बहुत नुकसानदायक होता है और उसकी लत छोड़ना भी बहुत मुश्किल हो जाता है | तम्बाकू का सेवन करने वाले लोगों को cancer, diabetes, blood pressure जैसी बीमारियों का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है | ऐसा हर कोई कहता है | तम्बाकू से नशा उसमें मौजूद nicotine के कारण होता है | किशोरावस्था में इसके सेवन से दिमाग का विकास भी प्रभावित होता है | लेकिन, आज, मैं आपसे, एक नए विषय पर बात करना चाहता हूँ | आपको पता होगा, कि, हाल ही में भारत में e-cigarette पर प्रतिबन्ध लगाया गया है | सामान्य cigarette से अलग e-cigarette एक प्रकार का electronic उपकरण होता है | e-cigarette में nicotine युक्त तरल पदार्थ को गर्म करने से एक प्रकार का chemical धुंआ बनता है | इसके माध्यम से nicotine का सेवन किया जाता है | सामान्य cigarette के खतरों को जहाँ हम सब भली-भांति समझते हैं, वहीं, e- cigarette के बारे में एक गलत धारणा पैदा की गई है | ये भ्रान्ति फैलाई गई है कि e-cigarette से कोई खतरा नहीं है | बाकी cigarette की तरह इससे दुर्गन्ध न फैले, इसके लिए, इसमें सुगन्धित रसायन तक मिलाए जाते थे | हमनें आस-पास देखा है, कि, अगर घर में पिता chain smoker होते हैं, तो भी, वो, घर के बाकी लोगों को smoking करने से रोकते हैं, टोकते हैं |
मेरे प्यारे देशवासियों, आप सब को फिर एक बार विविधता से भरे हुए भारत के विविध-विविध त्योहारों की भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं | आइये ! मिलजुल करके उमंग से, उत्साह से, नये सपने, नये संकल्प के साथ हम त्योहारों को भी मनाएँ | फिर एक बार बहुत-बहुत शुभकामनाएं | धन्यवाद् |