नए 3 एसटीपी बनाने, 38 खुले नालों को जल्द टेप करने के दिये निर्देश, शहर के डार्क स्पॉट खत्म करने हेतु सभी लाइटों को सही करने के दिये निर्देश, खराब तिरंगी लाइटों को लेकर मुख्य अभियंता (विद्युत/यांत्रिक) को दी चेतावनी
स्मार्ट सिटी MIS प्रोजेक्ट मेंटेनेंस करने हेतु अनुबंधित कंपनी को दी चेतावनी, 25 नवंबर तक करें पूरा काम अन्यथा ब्लैक लिस्ट होगी कंपनी
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनी प्रतिनिधि को लगाई फ़टकार, निर्धारित समय पर जाने और हर घर से कूड़ा उठाने के निर्देश, ठीक से काम न करने पर कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की दी अंतिम चेतावनी
आगरा, 9 नवंबर। शहर के नालों की टैपिंग, एसटीपी, रबर चैक डेम और सफाई व्यवस्था को लेकर मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में लघु सभागार में बैठक हुई जिसमें नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल , दोनों अपर नगर आयुक्त सहित नगर निगम के सभी अधिकारीगण और एजेंसी प्रतिनिधि मौजूद रहे। जल निगम के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि वर्तमान में शहर में 7 एसटीपी संचालित है जिनसे मैनुअली सीवरेज वॉटर का ट्रीटमेंट किया जा रहा है। जबकि तीन नए एसटीपी का निर्माण किया जाना है। मंडल आयुक्त महोदय ने नगरायुक्त को निर्देश दिए कि नए एसटीपी के निर्माण के लिए जमीन को चिन्हित करने में जो समस्या आ रही है उसका समाधान निकाला जाए और चरणबद्ध तरीके से एसटीपी का निर्माण किया जाए। इसके अलावा शहर के 38 नाले टेप होने हैं उन्हें भी जल्द से जल्द किया जाए। रबर चैक डेम योजना की समीक्षा करते हुए इस प्रोजेक्ट एनओसी मिलने में आ रही समस्या को देखते हुए मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को नगरायुक्त के साथ मिलकर उपयुक्त प्रपोज़ल बनाने के निर्देश दिए।
शहर की लाइट व्यवस्था पर चर्चा के दौरान मंडलायुक्त महोदया ने मुख्य अभियंता (विद्युत/यांत्रिक) को चेतावनी देते हुए कहा कि संबंधित शहर में खराब पड़ी सभी एलइडी लाइटों को जल्द से जल्द ठीक किया जाए। शहर में कहीं भी डार्क स्पॉट नहीं दिखने चाहिए। वहीँ खराब पड़ी तिरंगी लाइटों को सही कीजिये। अगर तिरंगी लाइटें खराब दिखीं तो आपके खिलाफ जिम्मेदारी तय होगी। नगरायुक्त को एक पैटर्न पर अच्छी फ़साड़ लाइटिंग कर सौंदर्यीकरण करने हेतु निर्देशित किया। वहीं पब्लिक टॉयलेट की स्थिति पर मंडलायुक्त ने कहा कि अभी भी शहर में टॉयलेट समुचित संख्या में नहीं हैं। मुख्य सड़कों के किनारे टॉयलेट नहीं दिखते हैं। उन्होंने 10 नए पिंक टॉयलेट और 20 सामान्य नए टॉयलेट बनाने हेतु निर्देशित किया। स्मार्ट सिटी एमएसआई (MSI) प्रोजेक्ट की समीक्षा के दौरान स्मार्ट सिटी के आईटी ऑफीसर द्वारा बताया गया कि संबंधित कंपनी द्वारा अभी तक सॉफ्टवेयर, सीसीटीवी कैमरे और सिग्नल का प्रॉपर मेंटेनेंस नहीं किया गया है। इस पर मंडल आयुक्त ने मौके पर मौजूद संबंधित कंपनी के प्रतिनिधियों को 25 नवंबर तक का समय देते हुए चेतावनी दी कि एमएसआई का प्रॉपर मेंटेनेंस करके दीजिए अन्यथा आपकी कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा।
इसके बाद शहर की सफाई व्यवस्था पर विस्तृत रूप से चर्चा हुई जिसमें नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल द्वारा नगर निगम की सफाई व्यवस्था, सफाई कर्मचारियों की संख्या एवं रोस्टर प्लान के मुताबिक शहर में की जाने वाली सफाई के बारे में पूरी जानकारी दी गई। इसे जानने के बाद मंडलायुक्त महोदया ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सभी मैन पावर और संसाधन परिपूर्ण होने के बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। क्षेत्र में सफाई कर्मियों की उपलब्धता कम हैं, नाले नालियों की स्थिति खराब है। टॉयलेट की भी प्रॉपर सफाई नहीं होती है। शहर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर और प्लास्टिक कचरा दिखाई देते हैं।
मंडलायुक्त ने सफाई से संबंधित सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी क्षेत्र में निकले। अपने अधीनस्थ और सफाई कर्मचारियों से ढंग से काम लें। खानापूर्ति ना की जाए। शहर में कहीं भी खुले में कूड़ा नहीं दिखना चाहिए। नाले नालियों की समय-समय पर सफाई हो। सभी सफाई कर्मचारी ड्रेस में दिखना चाहिए। सफाई कर्मियों की उपस्थिति फर्जी नहीं होनी चाहिए यदि ऐसा होता है तो अधिकारी उसे गंभीरता से लेते हुए अटेंडेंस लगाने वालों को बर्खास्त करें। जो सफाई कर्मी काम नहीं करते हैं, उनको हटाया जाए और दोबारा उनको ना रखा जाए। दिसंबर माह तक सभी चिन्हित डलाबघर खत्म हो जाने चाहिए जो भी नए टॉयलेट बना रहे हैं, वह शुरू हो जाने चाहिए। सभी शौचालय की धुलाई सफाई हो, प्रॉपर मेंटेनेंस हो।
वही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम देखने वाली कंपनी के प्रतिनिधि को फटकार लगाते हुए मंडल आयुक्त ने पहली और अंतिम चेतावनी जारी करते हुए कहा कि सुधार के लिए सिर्फ नवंबर का महीना दिया जा रहा है। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की सभी गाड़ियां निर्धारित समय पर जानी चाहिए। हर घर से आपको कूड़ा उठाना और लेना है। आरएफआईडी से स्कैन सुविधा का उपयोग करें। गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित करना है। यदि इसके बाद भी लापरवाही की गई तो फिर आपकी कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। वहीँ नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि मोहल्ला वाइज डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन जाने वाली गाड़ियों का निर्धारित समय सहित पूरा रोस्टर प्लान तैयार कर उसका प्रचार प्रसार कीजिये। उसमें एक कंप्लेंट नंबर भी होना चाहिए। मंडलायुक्त ने कहा कि आज उन्होंने टीम के साथ सामान्य निरीक्षण किया है लेकिन अब आगे सफाई व्यवस्था को लेकर औचक निरीक्षण करेंगी। अगर लापरवाही सामने आती है तो फिर बड़े अधिकारियों के खिलाफ जिम्मेदारी तय होगी।