आगरा। वार्ड संख्या पांच स्थित हिमाचल कॉलोनी के आसपास रहने वाले वाल्मीकि समुदाय के लोगों के लिए नगर निगम प्रशासन ने बड़ी और लंबे समय से चली आ रही समस्या का समाधान कर दिया है। सामाजिक, धार्मिक एवं पारिवारिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए अब उन्हें इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। नगर निगम द्वारा गुम्मट क्षेत्र में स्थित वाल्मीकि वाटिका में लगभग दस लाख रुपये की लागत से एक भवन का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें एक साथ लगभग 100 लोग किसी भी प्रकार का आयोजन कर सकेंगे।
अब तक वाल्मीकि वाटिका के अंदर बैठने और कार्यक्रम आयोजित करने के नाम पर केवल एक चबूतरा ही उपलब्ध था। इसके कारण समाज के लोगों को खुले आसमान के नीचे कार्यक्रम आयोजित करने को मजबूर होना पड़ता था, जिससे बरसात, धूप और अन्य मौसमी परिस्थितियों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इस समस्या को लेकर क्षेत्र के लोगों द्वारा कई बार जनप्रतिनिधियों से भी मांग की गई थी। वाल्मीकि समाज की इस लंबे समय से चली आ रही मांग को देखते हुए क्षेत्रीय पार्षद हेमलता चौहान ने नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल को इस विषय में अवगत कराते हुए भवन निर्माण का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। प्रस्ताव की गंभीरता और आवश्यकता को समझते हुए नगर आयुक्त ने इसे तत्काल स्वीकृति प्रदान कर दी। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है, जिससे क्षेत्रीय लोगों में खुशी का माहौल है।
क्षेत्रीय पार्षद के अनुसार इस सामुदायिक भवन के निर्माण से वाल्मीकि समाज के लोगों को सामाजिक एकजुटता के लिए एक स्थायी और सुरक्षित स्थान मिलेगा, जहां वे अपने पारंपरिक, सामाजिक एवं पारिवारिक कार्यक्रम सम्मानपूर्वक आयोजित कर सकेंगे।
—नगर आयुक्त का वर्जन::::
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल का कहना है कि “नगर निगम का उद्देश्य शहर के प्रत्येक समाज और वर्ग को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का है। वाल्मीकि समाज को सामाजिक कार्यक्रमों के लिए एक स्थायी स्थान की आवश्यकता थी, जिसे ध्यान में रखते हुए इस भवन के निर्माण को स्वीकृति दी गई है। निर्माण कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि लोगों को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके।”
