मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में हुई आगरा मंडल के मुख्य विकास अधिकारियों की बैठक
गौ उत्पादों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री पर रहा जोर, मंडलायुक्त ने ओडीओपी की तर्ज पर मंडल का संयुक्त यूनिक प्रोडक्ट बनाने के दिए निर्देश
आगरा. 26 सितंबर। मंगलवार को मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में आगरा मंडल के मुख्य विकास अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के सीडीओ, सीएमओ, पीडब्लूडी और जलनिगम के अधिकारी मौजूद रहे। मंडलायुक्त ने बैठक में संचारी रोग अभियान, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, सड़को को गढ्ढा मुक्त बनाने, गौशाला, आंगनबाड़ी, ग्रामीण अजीविका मिशन और खेलकूद इत्यादि विषयों पर कार्य प्रगति की समीक्षा की।बैठक में सर्वप्रथम संचारी रोग के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर चलाये जाने वाले अभियान की समीक्षा की गयी। रिपोर्ट से मंडलायुक्त नाखुश दिखीं। उन्होंने सीडीओ को सभी अभियानों की मॉनीटरिंग करने और स्वास्थ्य क्षेत्र में कोई विशेष सुधार न दिखने पर नए एक्शन प्लान बनाने को निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की भी स्थिति ठीक नहीं है। ग्राम पंचायतों द्वारा संचारी रोग के निदान हेतु काम नहीं किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों की मुख्य सडकों की सफाई, जलभराव न होने और सड़क किनारे से झाड़ियों की सफाई कराने को भी निर्देश दिए। गांव में साफ-सफाई होनी चाहिए और कूड़े को एकत्रित करने के लिए एक जगह भी निर्धारित हो।
पिछली मण्डलीय समीक्षा बैठक में निर्देश दिए जाने के बावजूद आयुष्मान कार्ड को आधार से लिंक कराने, आयुष्मान योजना का लाभ लेने वाले कार्डधारकों का डाटा एकत्रित करने और लाभार्थियों को निःशुल्क ईलाज से संबंधित मैसेज भेजने की दिशा में कोई काम न किए जाने पर मंडलायुक्त महोदया ने नाराजगी जताई। उन्होंने सीडीओ को निर्देश दिए कि लक्ष्य निर्धारित कर उपयुक्त कार्यां पर त्वरित काम किया जाए अन्यथा जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।मंडलायुक्त महोदया ने कहा कि सरकारी अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी में ज्यादा से ज्यादा आयुष्मान लाभार्थियों को निःशुल्क ईलाज कराने के लिए प्रेरित करें। मरीजों और तीमारदारों को यह आश्वस्त करना भी जरूरी है कि सरकारी अस्पतालों में ईलाज की सुविधाएं बेहतर हैं लेकिन इसके लिए सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि अस्पतालों में सभी मूलभूत सुविधाएं हों। समय-समय पर चिकित्सकों-स्टॉफ की उपस्थिति, दवाईयों की उपलब्धता की जांच होती रहे। निजी अस्पतालों की जांच हो कि वे मानकों के अनुसार चल रहे हैं या नहीं। इसके अलावा महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए चारों जिलों में सैनेटरी नैपकिंस का उत्पादन बढ़ाने और SHG के माध्यम से इसकी बिक्री करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में आगरा मंडल की सभी गढ्ढामुक्त सड़कों की रिपोर्ट की समीक्षा की। मंडलायुक्त ने 30 अक्टूबर तक हर हाल में मंडल की सभी सड़कों को गढ्ढामुक्त किए जाने के निर्देश देते हुए पीडब्लूडी अधिकारियों से गढ्ढामुक्त हो चुकी सड़कों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी। साथ ही सड़कों को गढ्ढामुक्त बनाने और नवीनीकरण से संबंधित जो बड़े प्रस्तावित कार्य हैं उन्हें शासन को भेजने को कहा। मंडलायुक्त ने साफ कहा कि वे स्वयं 15 अक्टूबर से सड़कों का निरीक्षण करने के लिए निकलेंगी। वहीं गढ्ढामुक्त सड़कों को लेकर नगर निगम और नगर पालिका द्वारा कराये गये सर्वे को लेकर असंतुष्ट दिखीं और सीडीओ को पुनः सर्वे कराये जाने को निर्देशित किया। मंडलायुक्त ने यह भी सवाल किया कि जलनिगम द्वारा बोदला में सड़क खोदकर ऐसे ही हाल में छोड़ दिए जाने पर अभी तक उसमें जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की गयी।संरक्षित गौशालाओं को लेकर मंडलायुक्त ने निर्देशित किया कि मंडल की सभी गौशालाओं को शत प्रतिशत सक्रिय बनाया जाए। गर्मी-बारिश के बचने हेतु उपयुक्त इंतजामों के साथ सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त की जाएं एवं सभी गौवंश का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाए। इसके अलावा सभी गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाए जाने एवं आय के साधन बढ़ाने हेतु गौ उत्पाद जैसे वर्मी कंपोस्ट, गौ काष्ठ, बायो गैस और गौदुग्ध उत्पादन पर जोर दिया गया। मंडलायुक्त ने कहा कि हर जिले में एक उचित जगह चिन्हित कर वहां इन सभी उत्पादों को बिक्री के लिए रखा जाए ताकि लोगों आसानी से खरीद सकें। इन उत्पादों के ऑनलाइन व ऑफलाइन प्रचार-प्रसार हेतु भी निर्देशित किया।
आंगनबाड़ी विषय पर मंडलायुक्त ने बच्चों को पुष्टाहार और गर्भवती महिलाओं को विटामिन की दवाईयां उपलब्ध कराने के बाद उनकी वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट न मिलने पर नाराजगी जताई और जल्द ही आईएमआर और एमएमआर की विस्तृत रिपोर्ट मांगी। निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा योजना के तहत 15 दिनों में सभी विद्यालयों द्वारा लाभार्थी छात्रों के शत प्रतिशत प्रवेश कराये जाने के निर्देश दिए अन्यथा की स्थिति में उस विद्यालय की मान्यता खत्म कराने के सीडीओ को निर्देश दिए।ग्रामीण क्षेत्रों में बने मिनी स्टेडियम के समुचित रखरखाव और चारों जिलों / मण्डल में खेल महोत्सव कराए जाने को कहा। उन खेल महोत्सव में आगरा मंडल के स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर खेलने वाले खिलाड़ियों को आंमत्रित किया जाए ताकि युवाओं में खेलकूद के प्रति रूचि बढ़े और नई खेल प्रतिभा सामने निकलकर आयें। अमृत सरोवर योजना के तहत हर ब्लॉक में कम से कम दो मॉडल तालाब या सरोवर बनाये जाने के निर्देश दिए।
ग्रामीण अजीविका मिशन योजना के अन्तर्गत विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पादों पर विस्तृत चर्चा करते हुए मंडलायुक्त महोदया ने कहा कि ओडीओपी का आगरा मंडल के संयुक्त स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाया गया उत्पाद हो जिससे मंडल की अलग पहचान बने। ऑनलाइन बिक्री के लिए इन सभी उत्पादों की संपूर्ण जानकारी वेबसाइट पर डाली जाए। विभिन्न जिलों में होने वाले महोत्सवां और मेलों में इन उत्पादों की बिक्री के लिए स्टालें लगाईं जाये। ज्यादा से ज्यादा प्रचार किया जाए। मंडलायुक्त ने आगरा सीडीओ को निर्देश दिए कि आगामी दिनों में शिल्पग्राम में एक महीने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। वहां मंडल के सभी स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों को मंच दिया जाए। मंडलायुक्त ने कहा कि स्वयं सहायता समूह को बढ़ावा देने के लिए हमें स्थायी प्रक्रिया बनाने के लिए प्रयास करने होंगे।