यमुना ने खतरे के निशान को पार किया, 1978 की बाढ़ को याद कर लोगों में डर

Press Release उत्तर प्रदेश

आगरा, 6 सितंबर। ओखला बैराज से 209439 क्यूसेक पानी छोडे जाने एवं गोकुल बैराज से 133608 क्यूसेक पानी छोडे जाने के कारण जल संस्थान, आगरा पर यमुना नदी का जल स्तर दिनांक-06.09.2025 को 152.040 मीटर रहा। जो कि डेंजर लेबल पर पहुंच गया है। वर्तमान संकेतों के अनुसार यमुना नदी का जल स्तर जल संस्थान, आगरा पर और अधिक बढ़ने की सम्भावना है। ताजनगरी आगरा में 1978 में जो भीषण बाढ़ आयी थी, उस समय आगरा में पानी का स्तर 154.76 मी. था। आगरा के इतिहास की 1978 वाली भीषण बाढ़ थी। इससे जिले में भयानक तबाही हुई थी। इसके बाद से कभी आगरा में नदियों का जल स्तर इतना नहीं बढ़ा। केवल यमुना ही नहीं अन्य नदियों जैसे खारी नदी, पार्वती नदी, वानगंगा, चंबल आदि का भी जल स्तर काफी तेजी से बढ़ा है। जिसके कारण कुछ नदियों के आसपास के गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। अब तो लोग 1978 की बाढ़ को याह कर डरने लगे हैं। उनका कहना है कि बरसात अभी चालू है। पीछे से भी काफी पानी छोड़ा जा रहा है। इसलिये लोगों में चिंता है।  शनिवार को सुबह आठ बजे तक की स्थिति चंचल कुमार सहायक अभियंता चतुर्थ लोअर खंड आगरा नहर और नीरज कुमार सिंह अधिशासी अभियंता लोअर खंड आगरा नहर ने बतायी है कि वर्तमान संकेतों के अनुसार यमुना नदी का जल स्तर जल संस्थान आगरा पर बढ़ने की संभावना है।

सदर तहसील में यमुना नदी के लो फ्लड पर प्रभावित होने वाले ग्राम-तनौरा, नूरपुर, कैलाश, स्वामी बाग, फतेहाबाद तहसील में ग्राम-भरापुर, बमरौली, ईदौन, मडायना, मेवलीकलॉ, गुडा, मेवली खुर्द, हिमायूपर है। यमुना नदी का जलस्तर बढने से प्रभावित होने वाले सम्भावित शहरी क्षेत्र नगला बूढी, अमर विहार दयागबाग, मोतीमहल, कटरा वजीर खॉ, रामबाग बस्ती, अप्सरा टाकीज, यमुना किनारा रोड वेदान्त मन्दिर से फोर्ट तक है।

यमुना नदी उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले में यमुनौत्री नामक स्थान से निकलती है जो कि उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा की सीमा के सहारे सहारनपुर जिले के फैजाबाद गॉव से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है तथा प्रयागराज में गंगा में विलय हो जाती है। जिसके बीच में अनेकों सहायक नदियां भी यमुना नदी में मिलती हैं। विगत दिवसों से पहाडी क्षेत्रों में हो रही अत्यधिक वर्षा के कारण हथिनीकुण्ड बैराज का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है तथा जिसके कारण इसी बैराज से यमुना नदी में छोडे़ जाने वाले पानी की मात्रा में काफी वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त यमुना नदी की सहायक नदियों के कैंचमेन्ट एरिया में हो रही लगातार बारिश से भी यमुना नदी का जल स्तर जल संस्थान, आगरा में लगातार बढ रहा है।

 

 

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