मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में मंडलीय विकास कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न
रिपोर्ट में, गौशालाओं में गंदगी, इयर टैगिंग न होना, हरे चारे की अनुपलब्धता,रिकॉर्ड का ठीक से रखरखाव न होना, निराश्रित गौवंश का का अभी भी सड़को, मार्गों पर होना जैसी गंभीर खामियों को देखकर मंडलायुक्त ने जताई कड़ी आपत्ति
टैगिंग तथा ठीक पर्यवेक्षण न करने पर,अपर निदेशक पशुपालन को लगाई कड़ी फटकार, दी अंतिम चेतावनी
सड़कों की खराब हालत व गड्ढा मुक्त अभियान पर जताई कड़ी नाराजगी, चीफ इंजीनियर पीडब्लूडी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के दिए निर्देश
आगरा, 1 सितंबर। मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में, मंडलायुक्त सभागार में,मंडल के मुख्य विकास अधिकारियों,जिला विकास अधिकारी, पशुपालन,स्वास्थ्य, शिक्षा, लोकनिर्माण, पंचायत राज इत्यादि विभागों के साथ विकास कार्यों की मंडलीय समीक्षा बैठक संपन्न हुई।हाल ही में कराई गई मंडल के अधिकारियों से निराश्रित गौवंश तथा गौशालाओं की जांच को रखा गया, जांच रिपोर्ट अनेक गंभीर खामियों के मिलने पर मंडलायुक्त महोदया द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा एडी पशुपालन से जनपद में स्थित कुल अस्थाई, स्थाई, पंजीकृत,अपंजीकृत गौशालाओं की जानकारी तलब की, तथा निराश्रित गौवंश की व्यवस्था में लगे विभिन्न विभागों की भूमिका के बारे में पूछा जिसमें बताया गया कि शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकाय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतराज विभाग नोडल विभाग हैं, पशु पालन विभाग की जिम्मेदारी के बारे में बताया गया कि उपचार, टीकाकरण, टैगिंग इत्यादि पशु पालन विभाग द्वारा किया जाता है, मंडलायुक्त ने अभी तक पूर्ण टैगिंग कार्य न कराए जाने, जांच रिपोर्ट में गौशालाओं में गंदगी, हरे चारे की अपर्याप्तता, पर्याप्त दाना न पाए जाने, सड़कों पर अभी भी निराश्रित गौवंश मिलना इत्यादि पर अंतिम चेतावनी देते हुए निर्देशित किया कि 01 माह बाद पुनः निरीक्षण कराया जाएगा रिपोर्ट में जो खामियां आई हैं उन्हें जिम्मेदारी तय कर पूर्ण कराएं, कार्य शैली में सुधार लाएं, लिखापढ़ी,पत्र व्यवहार बंद कर जमीन पर सुधार करें, मंडलायुक्त महोदया ने मंडल के सभी मुख्य विकास अधिकारियों एक माह में रिपोर्ट में आई कमियों को दूर करने के निर्देश दिए तथा पुनः जांच में कमी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही करने को निर्देशित किया जो उदाहरण बने।जनपद फिरोजाबाद के सीवीओ की कार्य में लापरवाही करने की शिकायत मिलने पर विभागीय कार्यवाही प्रस्तावित करने तथा मुख्य सचिव को पत्र जारी करने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त ने बैठक में निर्देशित किया कि मंडल के किसी भी जनपद की रिपोर्ट संतुष्टजनक नहीं कही जा सकती, गौशालाओं की संख्या बढ़ी लेकिन समस्या जस की तस हैं, अब भी सड़कों पर निराश्रित गौवंश घूम रहा है, उन्होंने बताया कि निराश्रित गौवंश शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता पर है, नियमित पर्यवेक्षण कर छुट्टा गौवंश छोड़ने वाले पशुपालकों को चिह्नित कर कड़ी कार्यवाही करें, निराश्रित गौवंश को गौशालाओं में पहुंचाएं, टेंगिंग, उपचार, हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित हो तथा रिकॉर्ड मेंटेन कराएं। बैठक में मनरेगा की समीक्षा की गई तथा प्रत्येक जनपद में कुछ मॉडल अमृत तालाब विकसित करने, जिला पंचायतों से भी अमृत तालाबों हेतु कार्य कराए जाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।सरकारी राशन दुकानों हेतु अन्नपूर्णा मॉडल शॉप, आधार सीडिंग, सरस केन्द्रों तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत समूहों की समीक्षा की गई उन्होंने केन्द्रों पर तैयार उत्पादों की क्वालिटी तथा पैकेजिंग में सुधार करने तथा मार्केटिंग हेतु विभिन्न प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में शिक्षा विभाग की समीक्षा की गई तथा शिक्षकों की शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने, ऑपरेशन कायाकल्प के सभी 19 पैरामीटर्स को संतृप्त करने तथा निपुन लक्ष्य को प्राप्त करने के निर्देश दिए , मंडल के सभी जनपदों की अच्छी रैंकिंग में न आने पर नाराजगी व्यक्त की।बैठक में पंचायत राज विभाग की भी समीक्षा की गई, सभी पंचायत तथा ब्लॉक स्तर के कर्मचारियों के रोस्टर रजिस्टर बनाया जाना सुनिश्चित करने,पंचायतों सचिवालय नाम, संपर्क नंबर, मिलने का समय तथा दिन लिखने, उसका प्रचार प्रसार कराने, प्राप्त सभी शिकायतों को शिकायत रजिस्टर में दर्ज करने शिकायत कर्ता की उपस्थिति में समाधान करने तथा उसका हस्ताक्षर कराया जाना सुनिश्चित करने हेतु संबंधित को निर्देशित किया, उन्होंने पंचायत भवनों पर भ्रमण पंजिका रखने, निरीक्षण करने वाले अधिकारी की टिप्पणी दर्ज करने के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने ब्लॉक स्तर पर भी उक्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को निर्देशित किया।
बैठक में जनपद में सड़कों की खराब हालत पर लोकनिर्माण विभाग के उपस्थित अधिकारियों से कड़ी नाराजगी व्यक्त की, सड़कें कब तक सही होंगी की जानकारी करने पर बताया गया कि बरसात के बाद गड्ढा मुक्ति अभियान चलाया जाना बताया गया इस पर मंडलायुक्त महोदया ने कड़ी आपत्ति जताई और हर बार गड्ढा मुक्ति अभियान चलाए जाने के औचित्य को पूछा, पीडब्लूडी के अधिकारियों द्वारा कोई जवाब न देने पर चीफ इंजीनियर लोक निर्माण विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी करने हेतु निर्देशित किया।