आगरा, 25 दिसंबर। विकास भवन पर किसानों का धरना प्रदर्शन पांचवे दिन जारी रहा। किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने सिटी मजिस्ट्रेट वेदसिंह चौहान और सहकारिता विभाग के अधिकारियों को कह दिया 24 घंटे में कार्यवाही नहीं तो किसान नेता फिर कोई गंभीर कदम उठाने को तैयार हैं। जिला अस्पताल में तीसरे दिन भूख हड़ताल कर रहे किसान नेता श्याम सिंह चाहर सहित छीतरिया उम्र 75 वर्ष व दाताराम तोमर उम्र 63 वर्ष भी विकास भवन पर चल रहे धरने प्रदर्शन में शामिल हो गए।
भूख हड़ताल कर रहे किसान नेताओं के अस्पताल से अचानक से धरनास्थल पर पंहुचने की सूचना पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फ़ानन में सिटी मजिस्ट्रेट विकास भवन पर पंहुच गए, किसान नेताओं से अस्पताल में चलकर स्वास्थ्य लाभ लेने का अनुरोध किया। किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने साफ कह दिया कि धरनारत किसानों की मांगों को जब तक माना नहीं जायेगा, तब तक तीनों किसान धरनास्थल पर ही भूख हड़ताल पर रहेंगे। आक्रोशित किसानों ने सहकारिता विभाग के विरोध में जमकर नारेबाजी, हंगामा व आक्रोश व्यक्त किया।
मुख्य विकास अधिकारी के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे किसान मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह ने कहा कि सहकारिता विभाग में 21 सहकारी समितियों के बिल्डिंग निर्माण में 4 करोड़ 12 लाख रुपये घोटाले व अनियमितता की जाँच कर कार्यवाही , ग्रामीण सुरक्षा आवासीय समिति रोहता के फर्जी सचिव पर कार्यवाही व प्रकरण में विभाग के लिप्त अधिकारियों पर कानूनी कार्यवाही की मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी प्रकरण को दबाने व विभाग के दोषी अधिकारियों को बचाने की भरकस कोशिश कर रहे हैं। धरने पर सत्यवीर सिंह चाहर, चौधरी पुष्पेंद्र सिंह, धीरज सिकरवार, मुकेश सविता, रामू चौधरी, विनोद सिँह, वीरेंद्र सिंह, महेश फौजदार,प्रदीप फौजदार, सुरेंद्र सिंह, चक्कन सिंह राणा, अशोक बाबा, नरेंद्र फौजदार, महताप चाहर, गजेंद्र चाहर,राहुल सिंह, नरेंद्र फौजदार, अरमान खान, देव प्रकाश, जमील खान ,अशोक कुमार, राजेश कुमार, सत्या चाहर गजेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह ,सुरेंद्र कुमार, बंटी चाहर, प्रदीप फौजदार, बीजेपी नेता गोविंद चाहर, के के राठौर, राहुल कुमार, विनोद कुमार, सुरेंद्र कुमार चाहर, दीपू चाहर, यशपाल सिंह ,के के त्यागी, रामवीर त्यागी, गौरव सिंह,सत्यवीर कुशवाह, मनोज कुमार, बच्चू सिंह चाहर ,नाथूराम, धारा सिंह, लक्ष्मीनारायण बघेल सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।