आगरा, 27 सितंबर। आगरा मंडल में आलू की नई फसल के लिये बुवाई का सीजन आने को है लेकिन अभी तक कोल्ड स्टोर आधे भरे हुए हैं। 25 सितंबर 2024 तक आलू की निकासी पूरे मंडल में 50 प्रतिशत से भी कम हो पायी है।
उपनिदेशक उद्यान डा. धर्मपाल यादव द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार अभी आगरा जनपद में 25 सितंबर तक केवल 49.45 फीसदी आलू की निकासी हो पायी है। फिरोजाबाद में 49.10 प्रतिशत, मथुरा में आगरा से कुछ अधिक 51.50 प्रतिशत, मैनपुरी में 48.92 फीसदी आलू की निकासी हो पायी है। कुल मिलाकर पूरे आगरा मंडल में 49.44 फीसदी आलू की निकासी हो कोल्ड स्टोर से हो पायी है। हालांकि आलू बुवाई का सीजन आ रहा है। इसलिये 20 फीसदी आलू की निकासी तो बुवाई के समय हो जाएगी।
पूरे आगरा मंडल में 569 कोल्ड स्टोर हैं। जिनमें सर्वाधिक 315 आगरा में, फिरोजाबाद में 152, मथुरा में 47 तथा मैनपुरी में 55 कोल्ड स्टोर संचालित हैं। इन सभी कोल्ड स्टोरों की भंडारण क्षमता 5293942.90 मीट्रिक टन है। इस बार कोल्ड स्टोर पूरी क्षमता से भर नहीं पाये। केवल 4661623.43 मीट्रिक टन आलू भर पाया था। जिसमें से 2356877.33 मीट्रिक टन आलू अभी तक भरा हुआ है।
आलू किसान लक्ष्मीनरायन का कहना है कि 20 फीसदी आलू तो बीज में चला जाएगा। इसके पश्चात शेष आलू नवंबर-दिसंबर में खाने के लिये उपयोग में ले लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई फसल के लिये उद्यान विभाग द्वारा बीज के लिये किसानों से डिमांड ले ली गयी है। शासन स्तर से अभी रेट तय नहीं हुए हैं। जैसे ही रेट तय हो जाएंगे, तभी आलू बीज का वितरण सरकारी एजेंसियों के माध्यम से होने लगेगा। आलू किसान का कहना है कि आगरा जनपद में 15 अक्टूबर के आसपास आलू की बुवाई शुरू कर दी जाती है। जबकि फर्रुखाबाद, कन्नौज आदि जिलों में आलू की बुवाई आगरा से पहले ही कर दी जाती है।
आलू की निकासी कम होने के कारण सब्जियों के राजा आलू के भाव कुछ बढ़े हुए हैं। अगर कोल्ड स्टोर से निकासी समय से होती रहे तो कीमतों पर भी अंकुश लगा रहेगा.