जननी सुरक्षा योजना में लाभार्थियों के भुगतान न होने पर जिलाधिकारी ने जताई सख्त नाराजगी, 10 दिन में लंबित आवेदन निस्तारण न होने पर कटेगा आशाओं का इंटेंसिव
समीक्षा में विगत 04 माह में औसत रूप से 10 हजार से अधिक मानदेय प्राप्त आशाओं की संख्या मिली 07,जिलाधिकारी ने दिए निर्देश,आशाओं द्वारा प्राप्त मानदेय से होगा उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का मूल्यांकन
मच्छर जनित/संचारी रोगों के प्रति रखें सावधानी, सघन एंटी लार्वा एक्टिविटी बढ़ाने के दिए निर्देश
आगरा.27.08.2024/आज जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शहरी व ग्रामीण) माह अगस्त की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में सर्वप्रथम शहरी क्षेत्रों की समीक्षा की गई जिसमें जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत समीक्षा करते हुए बताया गया कि जननी सुरक्षा के अंतर्गत माह अगस्त में 98 संस्थागत प्रसव कराए गए हैं जिसमें से 90 गर्भवती महिलाओं को भुगतान किया जा चुका है, जेएसवाई में लंबित आवेदनों की समीक्षा में पाया कि पीएचसी जगदीशपुरा में 23, ताजगंज में 21 तथा रकाबगंज में 16 आवेदन लंबित हैं उक्त के संबंध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देश दिए गए की से सभी का भुगतान यथाशीघ्र पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। बैठक में माह में एक दिन गर्भवती महिलाओं की मॉनिटरिंग, हाई रिस्क प्रेगनेंसी आइडेंटिफिकेशन ,पीएमएसएमए रिपोर्ट की समीक्षा जिसमें पीएचसी शाहगंज, नगला पदी व ताजगंज में कार्य संतोषजनक नहीं मिला जिलाधिकारी ने सभी गर्भवती महिलाओं को कवर करने के निर्देश दिए। बैठक में कायाकल्प अवॉर्ड योजना की समीक्षा में बल्केश्वर, छत्ता, इस्लामनगर आदि पीएचसी का इंटरनल स्कोर 50 प्रतिशत से कम होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा अस्पताल परिसर में साफ सफाई, चिकित्सा उपकरण, डॉक्यूमेंटेशन के कार्य को ठीक करने तथा पुनः ट्रेनिंग करा असेसमेंट कराने के निर्देश दिए। बैठक में शहरी क्षेत्रों में आशाओं के औसत भुगतान की समीक्षा में पाया कि अधिकांश आशाओं का औसत मानदेय लगभग 04 हजार है जिलाधिकारी ने इस स्थिति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा निर्देश दिए कि आशाओं द्वारा प्राप्त औसत मानदेय से ही उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का मूल्यांकन किया जाए, कम मानदेय प्राप्त करने पर यह माना जाएगा कि आशा अपने क्षेत्र में सक्रिय भूमिका नहीं निभा रही हैं, जिलाधिकारी ने विगत 06 माह में औसत 10 हजार से अधिक मानदेय प्राप्त करने बाली आशाओं को पुरस्कृत करने तथा कम मानदेय प्राप्त आशाओं को चिह्नित कर कार्यवाही के निर्देश दिए, बैठक में शहरी क्षेत्र में मातृमृत्यु की समीक्षा में बताया गया कि 01 मृत्यु दर्ज की गई है, नियमित टीकाकरण की समीक्षा में पीएचसी इस्लामनगर में स्थिति ठीक नहीं मिलने पर बताया गया कि आशा द्वारा कार्य नहीं किया जा रहा, संबंधित आशा को नोटिस देने के निर्देश दिए, बैठक में संचारी व मच्छर जनित रोगों की समीक्षा में बताया गया कि 02 केस डेंगू आदि के मिले हैं जिलाधिकारी ने एंटी लार्वा फॉगिंग कराने, जनजागरूकता अभियान, नगर निगम के सहयोग से साफसफाई,जलभराव न हो आदि के निर्देश दिए। बैठक में ओपीडी के माध्यम से आभा आईडी, होमबेस्ड न्यूबोर्न केयर की प्रगति, मंत्रा आदि की समीक्षा कर संबंधित को विशेष निर्देश दिए।
तत्पश्चात जिला स्वास्थ्य समिति(ग्रामीण) की बैठक की समीक्षा की गई जिसमें, गतवर्ष के सापेक्ष विकास खंड बार जननी सुरक्षा योजना की भौतिक प्रगति की समीक्षा में बताया गया कि 23549 संस्थागत प्रसवों के सापेक्ष वर्तमान में 5123 प्रसव हुए हैं जो कि विगत वर्ष के प्रसव से 303 कम है, फतेहाबाद में गत वर्ष के सापेक्ष 290 प्रसव कम हुए हैं बैठक में जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत लाभार्थी प्रसूताओं के भुगतान में बताया गया कि अब तक 17 हज़ार 393 लाभार्थियों को योजना से लाभान्वित किया जा चुका है जो की विगत वर्ष के सापेक्ष 1644 कम है, जेएसवाई के लंबित आवेदनों की समीक्षा में पाया कि माह अप्रैल से अगस्त तक 1756 आवेदन लंबित हैं जिसमें सीएचसी फतेहाबाद में 80, सैयां में 65, एत्मादपुर व शमसाबाद में 60- 60 आवेदन लंबित हैं, जिला महिला अस्पताल में 586, एसएन मेडिकल कॉलेज में 521 आवेदन लंबित हैं उक्त के संबंध में कारण पूछे जाने पर बताया गया कि लाभार्थी को मौके पर ही लाभ दिलाए जाने हेतु रजिस्ट्रेशन, बैंक एकाउन्ट,आइएफएससी कोड,आधार इत्यादि की जानकारी आशाओं द्वारा समय से उपलब्ध नहीं कराई जा रही,जिलाधिकारी महोदय द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन आशाओं द्वारा प्रसव से पहले गर्भवती महिलाओं का खाता संख्या या अन्य संबंधित जानकारी फीड नहीं किया गया है उन आशाओं की प्रति गर्भवती महिला के हिसाब से मानदेय में कटौती सुनिश्चित की जाए।
बैठक में जिलाधिकारी महोदय द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में आशाओं द्वारा प्राप्त औसत मानदेय भुगतान की समीक्षा की जिसमें विगत 04 माह में 10 हजार से ऊपर मानदेय प्राप्त करने बाली आशाओं की संख्या 07 मिली, जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को निर्देश दिए गए कि किसी भी दशा में आशाओं के मानदेय का भुगतान न रोका जाए और उन्हें अधिक से अधिक मानदेय प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया जाए। बैठक में संचारी व मच्छर जनित रोगों के प्रति डीपीआरओ के समन्वय से साफ सफाई कराने, नाले नालियों में जलभराव रोकने तथा एंटी लार्वा एक्टिविटी बढ़ाने, संचारी रोगों के लिए सतर्कता बनाए रखने ,साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों हेतु एक टीम बनाई जाए, जिसे नगर निगम से प्रशिक्षित करा, टीम को प्रति सप्ताह कम से कम दो बार एंटी लारवा की कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण का शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल करने को निर्देशित किया।
बैठक में सीएचसी पीएचसी वाइज ओपीडी तथा आईपीडी की समीक्षा करते हुए जिला अधिकारी महोदय ने निर्देश दिए की सभी चिकित्सक अपने कार्य स्थल पर ही निवास करेंगे तथा उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए की चिकित्सक अपने कार्य स्थल पर ही निवास करें, रात्रि प्रवास न करने वाले डॉक्टर्स को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
बैठक में कायाकल्प अवॉर्ड योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए की जनपद के सभी सीएचसी दो दिन के अंदर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से वार्ता कर मानकों को पूर्ण करते हुए इंटरनल असेसमेंट पूर्ण कराना सुनिश्चित करें तथा बटेश्वर व आंवलखेड़ा को भी कायाकल्प अवॉर्ड योजना में शामिल कर उनका असेसमेंट कराएं।
बैठक में, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अरूण कुमार श्रीवास्तव,एसीएमओ डॉ.अमित रावत, डॉ.संजीव वर्मन, डॉ.सुरेन्द्र मोहन प्रजापति,डीपीएम डॉ.कुलदीप भारद्वाज, डब्ल्यूएचओ से श्रीमती महिमा, अरविन्द शर्मा, यूनिसेफ से राहुल कुलश्रेष्ठ सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।