आगरा। नगर निगम कर्मियों की मुस्तैदी के चलते बारिश के दौरान हुए जलभराव की समस्या को अधिकतम एक घंटे के अंदर ही निस्तारित कर लोगों को राहत प्रदान कर दी गई। वहीं नगर निगम द्वारा जल भराव की शिकायतों के लिए कल जारी किए गये व्हाट्स एप नम्बर पर कंट्रोल रुम में आज कुल 18 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें 11 जलभराव, 5 सड़क पर गड्ढों और शेष नगर निगम सीमा के बाहर की थी। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल के आदेश पर मंगलवार से ही शहर वासियों के लिए मानसून के मौसम में जलभराव आदि जैसी समस्याओं के त्वरित निदान के लिए व्हाट्सऐप नंबर जारी किये थे। इन नंबरों पर कोई भी नागरिक अपना मैसेज नाम और नंबर समेत फोटो के साथ भेज कर अपनी समस्या का समाधान करा सकता है।
बारिश के मौसम में जलभराव की समस्या को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने क्विक रेंस्पोंस टीम का गठन किया है। इस टीम में हर वार्ड के हिसाब से दो कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। कन्ट्रोल रुम से सूचना मिलते ही ये टीम सक्रिय हो जाती हैं। यही वजह है कि आज दोपहर को हुई बारिश के बाद बिजलीघर, सेंट जोंस चौराहा, पागल खाना, रावली मंदिर के पास , पंचकुइया रेलवे अण्डर पास और बोधला चौराहे पर जलभराव की सूचना मिलते ही सक्रिय हुई क्विक रेंस्पोंस टीम ने अधिकारियों की देखरेख में १५ मिनट से लेकर एक घ्ंाटे के भीतर ही सभी जगह से जल निकासी करा दी। नगर आयुक्त के अलावा अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव, सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर संजीव वर्मा लगातार इस दौरान भ्रमण कर स्थिति पर नजर बनाये रहे।
इस दौरान ये भी देखने में आया है कि कुछ स्थानों पर कालोनाइजरों ने कालोनी बनाते समय नालियों का निर्माण नहीं किया है जिससे जलभराव की समस्या उत्पन्न हो रही है।