आगरा, 15 जनवरी। आगरा नगर निगम द्वारा वेस्ट टू वंडर के तहत कबाड़ से तैयार किये गये लड्डू गोपाल को यमुना किनारे आरती स्थल के पास स्थापित कर दिया गया। लगभग छब्बीस फुट हाइट और 23 फुट लंबाई के लड्डू गोपाल यमुना किनारे से गुजरने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। तमाम लोग लड्डू गोपाल की विशाल आकृति के सामने खड़े होकर सेल्फी ले रहे हैं।
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल के निर्देशन में नगर निगम आगरा शहर के सौंदर्यीकरण के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसी के तहत वेस्ट टू वंडर योजना के तहत अतिक्रमण और अवैध विज्ञापनों के खिलाफ चलाये जाने वाले अभियानों के दौरान जब्त किये जाने वाले कबाड़ को प्रयोग करके तरह-तरह की आकर्षक आकृतियों को बना कर नगर के चौराहों और सड़कों के किनारे स्थापित किया जा रहा है। शहर के सौंदर्यीकरण की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए मकर संक्रांति के पर्व पर नगर निगम की ओर से शहर के लोगों को एक और सौगात देते हुए यमुना किनारे आरती स्थल के निकट लड्डू गोपाल की विशालकाय आकृति को स्थापित कराया है। लोहे के बेकार पाइप, टायर, और दुकानों से उतारी गईं टिनशेड आदि से तैयार साढ़े बारह फुट चौड़ाई की इस आकृति को तैयार करने में नगर निगम में कार्यरत कारीगरों को लगभग चार माह का समय लगा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम ने बताया कि कबाड़ से तैयार की गई इस अनूठी विशालकाय आकृति को लगाये जाने के लिए काफी समय से स्थान चयन किया जा रहा था। आगरा आने वाले पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए आखिर लड्डूगोपाल को यमुना किनारे स्थापित कराये जाने का निर्णय लिया गया। कबाड़ से इतनी सुंदर और विशाल आकृति को मूर्तरुप प्रदान करने के लिए उन्होंने इसे बनाने वाले कारीगर फिरोजखां और उनकी टीम की सराहना की है। ताजमहल को देखने के लिए आगरा आने वाले तमाम पर्यटक भी यमुना किनारा मार्ग से होकर आते जाते हैं।
वर्जनःःःःः
नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल का कहना है कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य कचरे के पुनर्चक्रण के माध्यम से कला का सृजन करना है जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ ही साथ शहर की सुंदरता में भी वृद्धि हो।