——शनिवार सुबह शुरू होने वाला अभियान सोमवार को होगा समाप्त
—–36 चेन मशीन, आधा दर्जन जेसीबी , 60 ट्रैक्टर ट्राली समेत 150 वाहनों का किया जाएगा उपयोग
—–अधिकारियों के साथ-साथ ड्रोन से भी किया जाएगा सफाई कार्य का निरीक्षण
आगरा। बरसात के मौसम में होने वाली जलवायु की समस्या को देखते हुए नगर निगम ने नालों की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत शनिवार, रविवार और सोमवार तीन दिनों में शहर के 18 बड़े नालों की सफाई की जाएगी। अभियान को सफल बनाने के लिए निगम ने 24 घंटे सफाई कार्य करने की योजना बनाई गई है।
लक्ष्य को अंजाम तक पहचाने के लिए चेन मशीन, जेसीबी, ट्रैक्टर-ट्रॉली, डंपर आदि कुल डेढ़ सौ मशीनों और वाहनों की व्यवस्था की गई है, जो लगातार 24 घंटे सफाई में जुटे रहेंगे। नगर निगम के अधिकारी नाला सफाई कार्य की लगातार मॉनिटरिंग करेंगे। इसके अतिरिक्त, जोनल अधिकारियों के माध्यम से भी सफाई कार्य की निगरानी कराई जाएगी ताकि अभियान में कोई ढिलाई न रहे। अभियान पर नजर रखने के लिए ड्रोन का उपयोग भी किया जाएगा।
——शहर में हैं 410 छोटे-बड़े नाले—–
शहर में कुल 410 नाले हैं, जिनमें 18 बड़े नाले, 251 मझोले नाले और 141 छोटे नाले शामिल हैं। तीन दिन में 18 बड़े नालों की सफाई के बाद शेष नालों की सफाई का लक्ष्य 30 जून तक पूरा करने का रखा गया है।
——अपर नगर आयुक्त में बैठक कर दिए दिशा निर्देश—-
इस संबंध में शुक्रवार को नगर निगम कार्यकारिणी हाल में अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में अभियान की रूपरेखा तैयार की गई । बैठक में मशीन चालकों, एसएफआई, जोनल अधिकारियों समेत नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजीव वर्मा भी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान अपर नगर आयुक्त ने मशीन चालकों और अधिकारियों से सफाई कार्य में आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी ली और उनके समाधान के निर्देश दिए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सफाई कार्य को हर हाल में तीन दिन के भीतर पूरा करना होगा। यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मानसून से पहले नालों की सफाई बेहद जरूरी है ताकि जलभराव जैसी समस्याओं से शहरवासियों को राहत मिल सके।
——-सफाई के साथ-साथ करना होगा सिल्ट का उठान—–
बैठक के दौरान अपर नगर आयुक्त अपने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्देशित किया कि नालों से निकली सिल्ट की वजह से किसी भी नागरिक को असुविधा नहीं होनी चाहिए। सभी अधिकारी और कर्मचारी इस बात का ध्यान रखें कि नालों से निकल रही सर्ट सफाई कार्य के साथ-साथ उठाई जाती रहे और इसके साथ ही वहां पर धुलाई के प्रबंध भी किया जाएं।