आगरा, 25 फरवरी। मानवयुक्त समपार फाटकों को खत्म करने के लिए रोड ओवर ब्रिज (आरओबी)/अंडरपास का निर्माण किया जाता है और यह भारतीय रेलवे के सभी जोनों में एक सतत प्रक्रिया है। लेवल क्रॉसिंग (एलसी) को खत्म करने की प्राथमिकता ट्रेन संचालन में सुरक्षा, ट्रेनों की गतिशीलता, सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए प्रभाव और व्यवहार्यता आदि पर इसके प्रभाव पर आधारित है। 2014-2023 के दौरान, कुल 1654 आरओबी और 9213 आरयूबी पूरे हो चुके हैं और रु. 30,602 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं ।