
आगरा। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं सेवा मानकों को बनाए रखने के उद्देश्य से मंडल रेल प्रबंधक आगरा श्री गगन गोयल के मार्गदर्शन में व वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त राज मोहन पी के निर्देशन में आगरा मंडल में रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा अनाधिकृत वेंडरो के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के निर्देशानुसार यह सतत अभियान 29 सितम्बर 2025 से प्रारंभ किया गया है, जिसके अंतर्गत अब तक 2 अक्टूबर तक 60 अनाधिकृत विक्रेता पकड़े जा चुके हैं।
इस वर्ष जनवरी से लगातार आरपीएफ द्वारा चलाए गए इस अभियान में अब तक कुल 1827 वेंडरो को पकड़ा गया है। जनवरी 2025 में 133, फरवरी में 74, मार्च में 217, अप्रैल में 298, मई में 195, जून में सर्वाधिक 352, जुलाई में 219, अगस्त में 157 एवं सितम्बर में 182 अनाधिकृत वेंडर पकड़े गए। अधिकांश मामलों में ये वेंडर बिना अनुमति के खाद्य सामग्री, पेय पदार्थ, पानी की बोतलें, खिलौने तथा अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएँ बेचते पाए गए, जिनमें स्वच्छता मानकों का भी पालन नहीं किया जाता। अनाधिकृत वेंडरो पर अंकुश लगाने हेतु मंडल के समस्त पोस्ट एवं आउटपोस्ट इंचार्जों को ऐसे तत्वों की पहचान कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। आरपीएफ ने विशेष रूप से यह भी चेताया है कि लंबी दूरी की ट्रेनों में वर्दीधारी वेंडर, जो प्रायः अधिकृत प्रतीत होते हैं, वास्तव में अनधिकृत भी हो सकते हैं।
रेल अधिनियम की धारा 144(1) के अंतर्गत ऐसे अनाधिकृत वेंडर पर ₹2000 तक का जुर्माना, एक वर्ष तक का कारावास अथवा दोनों दंड दिए जा सकते हैं। यात्रियों से भी अपील की गई है कि वे अप्रमाणित स्रोतों से वस्तुएँ न खरीदें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल आरपीएफ को दें।यह अभियान भारतीय रेल की उस दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक है जिसके अंतर्गत अनधिकृत विक्रय पर अंकुश लगाया जा रहा है, यात्रियों को सुरक्षित एवं स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराया जा रहा है तथा उनकी यात्रा को विश्वसनीय और सुखद बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
