आगरा, 14 अप्रैल। उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के पहले चरण में आगरा में 4 मई को मतदान होगा। 17 अप्रैल तक दावेदार नामांकन कर सकते हैं। हालांकि अभी तक प्रत्याशियों के नामों को लेकर संशय बना हुआ है। राजनैतिक हलकों में 15 अप्रैल तक प्रत्याशियों के नाम घोषित होने की आशंका जताई जा रही हैं।आगरा। निकाय चुनाव को लेकर शनिवार को संशय के बादल छंट सकते हैं। तीनों महत्वपूर्ण दलों में से सबसे पहले समाजवादी पार्टी अपने प्रत्याशी की घोषणा कर सकती है। संभावना है कि शुक्रवार रात तक पार्टी प्रत्याशी का नाम सामने आ जाएगा। शनिवार दोपहर तक बीजेपी अपने पत्ते खोल सकती है। इसके बाद बीएसपी अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा करेंगी। पार्टी सूत्रों की मानें तो तीनों दलों ने अपने तीन अलग-अलग जातियों के प्रत्याशियों के नाम भी फाइनल कर लिए हैं, लेकिन घोषणा एन वक्त पर की जाएगी ताकि कोई विद्रोह भी नहीं कर सके। निकाय चुनाव के पहले चरण में आगरा में 5 नगर पालिका और 7 नगर पंचायत, महापौर और 100 वार्डों के लिए चुनाव कराए जाएंगे। 11 अप्रैल से नामांकन शुरू हो गए है। जो कि 17 अप्रैल तक किए जाएंगे। 4 मई को मतदान होगा। आगरा में 16.67 लाख मतदाता महापौर और 100 वार्डों के लिए मतदान करेंगे।
अनुसूचित जाति की महिला होगी मेयर
आगरा में 1989 से नगर निगम के चुनाव हुए हैं। रमेशकांत लवानियां आगरा के पहले मेयर रहे हैं। इसके बाद 1995 में मेयर सीट आरक्षित हो गई। बेबीरानी मौर्य मेयर बनीं। 2000 में एससी पुरूष हुई किशोरी लाल माहौर महापौर बने। 2006 में एससी महिला सीट से अंजुला माहौर ने चुनाव जीता। 2012 में एससी पुरुष से इंद्रजीत आर्य, वाल्मीकि मेयर बने। 2017 में सामान्य सीट पर नवीन जैन ने जीत का परचम फहराया। 2023 के निकाय चुनाव में आगरा सीट अनुसूचित महिला के लिए आरक्षित की गई है। तीसरी बार एससी वर्ग महिला आगरा की मेयर होंगी।
आम आदमी बिगाड़ेगी गणित
दो राज्यों में अपनी सरकार बना चुकी आम आदमी पार्टी ने निकाय चुनाव के लिए कमर कस ली है। मेयर समेत सभी 100 वार्डों में आप प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाएगी। महानगर अध्यक्ष दिलीप बंसल का कहना है कि अब तक 60 वार्डों के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। महापौर के लिए शनिवार को नाम फाइनल हो जाएगा। राजनैतिक जानकारों की मानें तो आम आदमी पार्टी बीजेपी के वोटों में सेंध मार सकती है।